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उत्तराखंड  हल्द्वानी 

हल्द्वानी: साहब भाई की जमीन A श्रेणी में कर दी मेरी B में...एक ही जगह पर दो अलग Category कैसे..?

हल्द्वानी: साहब भाई की जमीन A श्रेणी में कर दी मेरी B में...एक ही जगह पर दो अलग Category कैसे..? हल्द्वानी, अमृत विचार। मंडलायुक्त  दीपक रावत ने शनिवार को मिनी स्टेडियम रोड स्थित कैंप कार्यालय में जन समस्याओं पर सुनवाई की। भूमि विवाद के कई प्रकरण मौके पर ही सुलझाए। जनसुनवाई में मंडलायुक्त रावत को जमरानी बांध डूब के दायरे...
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उत्तर प्रदेश  बरेली 

बरेली: कैसे सुधरे बच्चों की सेहत, तीन सीपीडीओ पर 16 ब्लॉक का चार्ज

बरेली: कैसे सुधरे बच्चों की सेहत, तीन सीपीडीओ पर 16 ब्लॉक का चार्ज बरेली, अमृत विचार। जिले में बाल विकास पुष्टाहार विभाग में अधिकारियों का टोटा पड़ गया है। 13 ब्लाकों में लंबे समय से बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) की कुर्सी खाली है, जिससे कामकाज बुरी तरह प्रभावित है तो बच्चों में कुपोषण जैसे खतरे से निपटने की परियोजना भी इन ब्लॉकों में लड़खड़ा गई है। यही …
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उत्तर प्रदेश  बरेली 

बरेली : बैंक नहीं निभा रहे जिम्मेदारी तो कैसे दूर होगी बेरोजगारी

बरेली : बैंक नहीं निभा रहे जिम्मेदारी तो कैसे दूर होगी बेरोजगारी बरेली, अमृत विचार। प्रदेश और केंद्र सरकार अधिक से अधिक रोजगार देने का प्रयास कर रही हैं। लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने को योजनाओं के जरिए धन की व्यवस्था भी की जा रही है लेकिन दोनों सरकारों के अरमानों पर जिले के बैंक पानी फेर रहे हैं। आलम यह है कि वित्तीय वर्ष 2021 में …
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टेक्नोलॉजी 

YouTube के ‘सुपर थैंक्स’ से Users अधिक कमाई कर सकते हैं, जानिए कैसे?

YouTube के ‘सुपर थैंक्स’ से Users अधिक कमाई कर सकते हैं, जानिए कैसे? नई दिल्ली। यूट्यूब ने बुधवार को कहा कि उसने एक नया ‘सुपर थैंक्स’ जोड़ा है, जो इस मंच पर वीडियो अपलोड करने वालों को कमाई का एक नया जरिया देगा। एक बयान के मुताबिक यूट्यूब वीडियो देखने वाले प्रशंसक अब अपना आभार व्यक्त करने और समर्थन दिखाने के लिए ‘सुपर थैंक्स’ खरीद सकते हैं। बयान …
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उत्तर प्रदेश  बरेली 

बरेली: बेटियों के साथ कैसा न्याय, लोकलाज की चिंता या लालन-पालन का बोझ

बरेली: बेटियों के साथ कैसा न्याय, लोकलाज की चिंता या लालन-पालन का बोझ बरेली, आसिफ अंसारी। शहर से लेकर देहात तक नवजात बच्चियों को फेंकने का सिलसिला थम नहीं रहा है। कोई बिन ब्याही मां लोकलाज के कारण तो कोई मां बच्ची का जन्म होने पर उसके लालन-पालन को बोझ समझते हुए फेंक देती है। घटनाओं की बात करें तो दो साल में पांच बच्चियां जीवित अवस्था में …
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