नेकी का बदला
सम्पादकीय 

लोककहानी : नेकी का बदला बदी होता है !

लोककहानी : नेकी का बदला बदी होता है ! राजेन्द्र रंजन चतुर्वेदी जंगल में आग लग गई थी। सांप झाड़ी में था और भागने की कोशिश कर रहा था, आदमी उधर से निकला तो उसने लाठी से उसे झाड़ी में से हटा दिया! सांप लाठी के सहारे चढ़ा और आदमी के गले से लिपट गया। फुफकारने लगा ! आदमी ने कहा कि-‘भाई, मैंने तो …
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