Kanpur सेंट्रल में प्लेटफॉर्म नंबर 9 की स्वचालित सीढ़ी हटेगी, नई बिल्डिंग में बाधक बनी सीढ़ी और फुटओवर ब्रिज, दोनों को हटाने की स्वीकृति मिली
कानपुर, अमृत विचार। सेंट्रल स्टेशन की नई बिल्डिंग में प्लेटफार्म नंबर 9 की स्वचलित सीढ़ी और फुटओवर ब्रिज बाधक बने हैं। गुरुवार को प्रयागराज मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रजनीश अग्रवाल ने दोनों को हटाने की मंजूरी दी। महानंदा एक्सप्रेस से सेंट्रल स्टेशन पहुंचे डीआरएम ने फूड प्लाजा, वीआईपी लॉज, आरपीएफ व जीआरपी थाने का भी निरीक्षण किया। स्टेशन पर हो रहे कामों को देखा और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
प्रयागराज मंडल रेल प्रबंधक गुरुवार दोपहर महानंदा एक्सप्रेस से सेंट्रल के प्लेटफार्म एक पर पहुंचे। एसी प्रतीक्षालय, लॉज, स्टॉलों के बारे में जानकारी लेने के बाद वह टीम के साथ प्लेटफार्म-8 व 9 पहुंचे। इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों से उन्होंने स्वचलित सीढ़ियों व फुटओवर ब्रिज की संरचना को समझा। इसके बाद कुछ पल्ले हटाने की मंजूरी दी। इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने जहां सीढ़ियां हटानी हैं, वहां क्रास का निशान लगाया। इसके बाद फिर प्लेटफार्म एक पहुंचे और रेलवे अधिकारियों संग बैठक में जरूरी दिशा निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने मेट्रो स्टेशन से सेंट्रल को जोड़ने के फायदों को जाना। अमृत भारत स्टेशन के तहत हो रहे सभी कामों की अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकांश कामों को देखा भी। निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह, स्टेशन अधीक्षक अवधेश द्विवेदी, सीआरटी रोमित चतुर्वेदी, मंडल इंजीनियर आयुष कुमार सिंह, वरिष्ठ मंडल सिग्नल व दूरसंचार इंजीनियर उज्जवल गुप्ता, वरिष्ठ विद्युत इंजीनियर परिचालन प्रदीप शमां, वरिष्ठ विद्युत इंजीनियर टीआरडी वीरेंद्र वर्मा, वरिष्ठ विद्युत इंजीनियर सामान्य कुंवर सिंह यादव आदि रहे।
कॉनकोर्स के लिए दो प्लेटफार्म पर लेंगे ब्लॉक
सेंट्रल स्टेशन का 767 करोड़ रुपये से रीडेवलपमेंट हो रहा है। इसके तहत कॉनकोर्स बनने के लिए दो प्लेटफार्म पर 60-60 दिनों का ब्लॉक लिया जाएगा। डीआरएम ने ब्लॉक को देखते रेलवे अधिकारियों से 40-56 ट्रेनों के दूसरे प्लेटफार्म पर डायवर्जन कर चलाने की राय जानी। दूसरे प्लेटफार्म से ट्रेन चलाने पर मंथन करें। जिससे यात्रियों को दिक्कत न हो। जल्द बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा।
दो नए प्लेटफार्म बनाने की मंजूरी
सेंट्रल स्टेशन के रीडेवलपमेंट के तहत प्लेटफार्म-8 व 9 पर कॉनकोर्स बनाने के लिए जल्द छत पड़नी है। यह वह स्थान होगा, जहां यात्री व उनके परिजन एक साथ बैठकर ट्रेन का इंतजार कर सकेंगे। ट्रेनों की स्थिति के हिसाब से ही प्लेटफार्म पर जाएगे। वहीं स्टेशन पर दो और प्लेटफार्म बनाने की मंजूरी डीआरएम ने दी। जिससे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो।
