मौलिक रूप
साहित्य 

निराला ने तुलसीदास को अपनी काव्यात्मक भूमि पर उतारा है जो श्लाध्य है…

निराला ने तुलसीदास को अपनी काव्यात्मक भूमि पर उतारा है जो श्लाध्य है… ‘तुलसीदास’ में गोसाई जी के चरित्र का मौलिक रूप हमारे सामने आता है। मध्यकालीन इतिहास से ज्ञात होता है कि मुसलमानों की शक्ति अटूट और अपार थी, उस महान शक्ति से लोहा लेने के लिए राणा प्रताप जैसे महान त्यागी, देशभक्त और योद्धा भी विफल रहे तब कर्तव्यच्युत, स्पर्धागत उद्धत क्षत्रिय और चाटुकार ब्राह्मण उनके …
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