Shinzo Abe Death: क्वॉड नेताओं ने शिंजो आबे के निधन पर जताया शोक, कहा- परिवर्तनकारी नेता थे

Shinzo Abe Death: क्वॉड नेताओं ने शिंजो आबे के निधन पर जताया शोक, कहा- परिवर्तनकारी नेता थे

न्यूयॉर्क/संयुक्त राष्ट्र। जापान के साथ क्वॉड समूह की स्थापना करने वाले देशों भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के नेताओं ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या पर शोक व्यक्त किया। क्वाड के नेताओं ने कहा कि आबे ने समूह की स्थापना में ”रचनात्मक भूमिका” निभाई और मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए साझा …

न्यूयॉर्क/संयुक्त राष्ट्र। जापान के साथ क्वॉड समूह की स्थापना करने वाले देशों भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के नेताओं ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या पर शोक व्यक्त किया। क्वाड के नेताओं ने कहा कि आबे ने समूह की स्थापना में ”रचनात्मक भूमिका” निभाई और मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने को लेकर अथक प्रयास किए। आबे (67) को शुक्रवार को पश्चिमी जापान के नारा में प्रचार भाषण के दौरान पीछे से गोली मार दी गई थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी सांसें और दिल की धड़कनें नहीं चल रही थीं। बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। स्वास्थ्य कारणों से 2020 में पद छोड़ने से पहले आबे जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे थे।

शुक्रवार को व्हाइट हाउस की तरफ से जारी एक बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”हम, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के नेता जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या को लेकर स्तब्ध हैं।” नेताओं ने आबे को जापान के लिए और तीनों देशों के साथ जापान के अलग-अलग संबंधों के लिए एक ”परिवर्तनकारी नेता” करार दिया।

नेताओं ने कहा, ”उन्होंने (आबे) क्वॉड समूह की स्थापना में भी एक रचनात्मक भूमिका निभाई और एक मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने को लेकर अथक प्रयास किए।” आबे चीन के बढ़ते प्रभाव और सैन्य ताकत का मुकाबला करने के उद्देश्य से बनाए गए क्वॉड समूह के वास्तुकारों में से एक थे। चार देशों ने 2017 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार का मुकाबला करने के लिए ”क्वॉड” की स्थापना करने के लंबे समय से लंबित प्रस्ताव को आकार दिया था।

क्वॉड नेताओं ने ”एक शांतिपूर्ण व समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र की दिशा में अपने प्रयासों को दोगुना करके” आबे की स्मृति का सम्मान करने का संकल्प लिया और कहा कि दुख की इस घड़ी में उनकी संवेदनाएं जापान के लोगों और प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ हैं। आबे की हत्या पर दुनिया भर के नेताओं ने शोक व्यक्त किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह आबे की ”जघन्य हत्या” से बहुत दुखी हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि आबे को बहुपक्षवाद के रक्षक, सम्मानित नेता और संयुक्त राष्ट्र के समर्थक के रूप में याद किया जाएगा।

बयान में कहा गया, ”महासचिव शांति व सुरक्षा को बढ़ावा देने, सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में काम करने और सार्वभौमिक स्वास्थ्य सुविधा की वकालत करने के लिए शिंजो आबे की प्रतिबद्धता को याद करते हैं। सबसे लंबे समय तक जापान के प्रधानमंत्री रहे आबे देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने और जापान के लोगों की सेवा करने के लिए समर्पित थे।”

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 देशों के स्थायी प्रतिनिधि और राजनयिकों ने मध्य पूर्व की स्थिति पर अपनी बैठक से पहले आबे और अंगोला के पूर्व राष्ट्रपति जोस एडुआर्डो डॉस सैंटोस स्मृति में एक मिनट का मौन रखा और उन्हें श्रद्धांजलि दी। सैंटोस का स्पेन में निधन हो गया। सुरक्षा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष ब्राजील के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत रोनाल्डो कोस्टा फिल्हो ने कहा कि सुरक्षा परिषद की ओर से, वह आबे की ”निर्मम हत्या” पर दुख प्रकट करते हैं। उन्होंने परिषद की ओर से सैंटोस के निधन पर भी शोक व्यक्त किया।

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