शाहजहांपुर: लखीमपुर हिंसा को लेकर भाजपा के मंत्रियों, नेताओं को काले झंडे दिखाएगी सपा

शाहजहांपुर: लखीमपुर हिंसा को लेकर भाजपा के मंत्रियों, नेताओं को काले झंडे दिखाएगी सपा

शाहजहांपुर, अमृत विचार। भाजपा के पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद ने सपा की सदस्यता लेने के दूसरे दिन गुरुवार को लखीमपुर कांड पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कहा कि भाजपा के मंत्रियों और नेताओं को वह अपनी टीम के साथ काले झंडे दिखाएंगे और वापस लौटाएंगे। सपा की टीम भाजपा नेताओं को गांव और शहर में …

शाहजहांपुर, अमृत विचार। भाजपा के पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद ने सपा की सदस्यता लेने के दूसरे दिन गुरुवार को लखीमपुर कांड पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कहा कि भाजपा के मंत्रियों और नेताओं को वह अपनी टीम के साथ काले झंडे दिखाएंगे और वापस लौटाएंगे। सपा की टीम भाजपा नेताओं को गांव और शहर में घुसने नहीं देगी।

सपा नेता ने कार्यालय पर अमृत विचार को बताया कि लखीमपुर कांड में सरकार की तानाशाही नजर आ रही है। क्योंकि जिसने गाड़ी से कुचला उसे तीन दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं किया गया। मामले की जांच चल रही है। कब तक चलेगी कुछ पता नहीं है। उन्होंने अपनी प्लानिंग के बारे में बताते हुए कहा कि भाजपा का विरोध करने के लिए हमने रणनीति बना ली है। राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुमति मांगी है कि जिले के अलावा लखीमपुर, पीलीभीत, लखनऊ और बरेली में कार्यकर्ता काले झंडे लेकर भाजपा नेताओं का विरोध करेंगे। हर गांव, हर कस्बे और हर शहर में जो भी भाजपा का विधायक, सांसद या मंत्री आएगा तो हम लोग उसे काले झंडे दिखाएंगे। हाथ जोड़कर निवेदन करेंगे कि हमारे गांव में, हमारे कस्बे में, हमारे शहर में न आओ। हम आप लोगों को वोट नहीं देंगे। हम इसी तरह भाजपा का विरोध करेंगे।

उन्होंने एक सवाल में कहा कि सपा का कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है और भाजपा के मंत्री, सांसद और विधायक का विरोध किया जाएगा। उन्होंने अपने दायित्व के बारे में कहा कि हर हालत में शाहजहांपुर की छह सीटें, लखनऊ और बरेली मंडल की सभी सीटों पर सपा प्रत्याशियों को जिताकर भेजें, जिससे 2022 में सपा की सरकार बन सके और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनें। जिले में भाजपा का कार्यक्रम छोड़कर यदि सरकार किसी दल की कवरेज करता है तो उस पर मुकदमें लाद दिए जाते हैं। यह सरकार की तानाशाही है। जिले और प्रदेश की जनता इतनी परेशान है कि अबकी सपा की सरकार बनी है।

कहा कि साढ़े चार साल पहले सरकार बनीं थी, आप अब मंत्री बना रहे हैं। जातिगत आधार पर जिले की जनता न पहले कभी बंटी थी और न अब कभी बंटेगी। जिले की जनता मिलजुलकर रहती है। सरकार उसकी चुनते हैं, जिससे कुछ उम्मीद होती है। इधर साढ़े चार साल में सारे लोग बीजेपी से नाराज हो चुके हैं। भाजपा से उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं। किसानों का धान कट रहा है, लेकिन उसे बेचने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। डीजल महंगा हो गया है, जिससे सिंचाई तक नहीं हो पा रही है, इसलिए सभी परेशान हैं और मन बना चुके हैं कि भाजपा को हराएंगे।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ब्राह्मण वोटों के लिए सरकार कुछ भी कर लें। ब्राह्मण बहुत नाराज हैं, क्योंकि उन्हीं का उत्पीड़न होता है। कहा कि किसान सपा की सरकार के साथ है। लखीमपुर खीरी में केंद्रीय राज्य मंत्री के बेटे ने जो किसानों को कुचलने का काम किया है। उससे सरकार चुप्पी साधे है। बुधवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने सभी का कहना था कि वे समाजवादी पार्टी के साथ हैं।