पीलीभीत: फूलों की दुकान में लगी आग, 45 मिनट बाद पहुंची फायर ब्रिगेड, लाखों का नुकसान

पीलीभीत: फूलों की दुकान में लगी आग, 45 मिनट बाद पहुंची फायर ब्रिगेड, लाखों का नुकसान

पीलीभीत, अमृत विचार। दिवाली की रात आतिशबाजी के शोर के बीच अचानक रंगीलाल चौराहा पर घनी आबादी के बीच फूलों की दुकान में भीषण आग लग गई। बंद दुकान से धुआ निकलता देख आसपास के दुकानदार जमा हुए। उसके बाद शटर खोलते ही आग की लपटें उठती दिखीं। इसकी सूचना मिलने के करीब पौने घंटे …

पीलीभीत, अमृत विचार दिवाली की रात आतिशबाजी के शोर के बीच अचानक रंगीलाल चौराहा पर घनी आबादी के बीच फूलों की दुकान में भीषण आग लग गई। बंद दुकान से धुआ निकलता देख आसपास के दुकानदार जमा हुए। उसके बाद शटर खोलते ही आग की लपटें उठती दिखीं। इसकी सूचना मिलने के करीब पौने घंटे बाद दमकल टीम मौके पर पहुंची और बमुश्किल आग पर काबू किया। पीड़ित व्यापारी ने करीब पांच लाख के नुकसान का अनुमान लगाया है।

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शहर के मोहल्ला डोरीलाल के रहने वाले मनोज उर्फ राजू कश्यप की रंगीलाल चौराहा पर फूलों की दुकान है। वह शादी दावतों में भी फ्लवार डेकोरेशन का काम करते हैं।  दिवाली पर सोमवार देर शाम पूजन करने के बाद दुकान बंद कर घर चले गए। इसके बाद किसी वक्त दुकान में आग लग गई। इसका किसी को आभास भी नही हो सका था और आग भीतर ही भीतर बढ़ती चली गई।

रात करीब साढ़े आठ बजे बंद दुकान के भीतर से धुआं निकलता दिखाई दिया। यह देख आसपास के व्यापारी और राहगीर जमा हो गए। सूचना मिलने पर दुकान मालिक भी मौके पर पहुंच गया।  जिसके बाद शटर खोला तो भीतर आग का गुबार था। इसके बाद तो खलबली मच गई। आग की कई फिट ऊंची लपटें उठ रही थी। जिससे खौफनाक मंजर रहा। इसकी सूचना दमकल टीम को दी गई।

आरोप है कि सूचना के बाद भी करीब पौन घंटे तक दमकल की गाड़ी बाजार से सटे इलाके में नहीं आई।  कोतवाली और सुनगढ़ी पुलिस मौके पर आ गई।  दमकल टीम भी बाद में आ गई और फिर मशक्कत के बाद आग पर काबू किया जा सका। इस हादसे में दिवाली पर घरों से निकली भीड़ की आवाजाही के बीच आग की ऊंची लपटें उठने के वीडियो भी तमाम लोगों ने बनाए और सोशल मीडिया पर वायरल किए।

चश्मदीद बोले…समय से नहीं मिल सकी मदद
दिवाली पर अग्निकांड को लेकर दमकल टीम को अलर्ट मोड पर रखा जाता है। मगर, शहर के बीच बाजार से सटे इलाके में दुकान में लगी आग ने इन दावों पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया।  दुकान में रखा फ्लावर डेकोरेशन का सामान, बराबर की स्पेयर पार्ट्स की दुकान का सामान भी जल गया।  आग लगने की वजह को लेकर तो स्थिति दूसरे दिन भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो सकी। कोई पूजन के बाद छोड़ी गई मोमबत्ती के जलने तो कोई और कारण की चर्चा करता रहा। मगर, इतना जरुर चश्मदीद यही कहते रहे कि  अगर दमकल टीम की मदद समय से मिल जाती तो आग को बढ़ने से रोका जा सकता था।

व्यापारी के परिवार की महिलाएं हुई बेसुध
दुकान में लगी आग को देखकर मौके पर भीड़ जमा हो चुकी थी। पुलिस बल भीड़ के व्यवस्थित करने में जुटा हुआ था। इसी बीच व्यापारी के परिवार की महिलाएं भी मौके पर पहुंच गई।  आंखों के सामने लाखों का सामान जलता देख वह बेसुध सी हो गई। उन्हें परिवार के सदस्यों और मोहल्ले के लोगों ने अलग करते हुए संभाला।  उनका इस नुकसान को लेकर रोकर बुरा हाल रहा।

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