Pakistan: PTI की रैली में गोलीबारी, इमरान खान हुए घायल… एक की मौत

Pakistan: PTI की रैली में गोलीबारी, इमरान खान हुए घायल… एक की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की रैली में फायरिंग हुई है। फायरिंग में खुद इमरान खान भी घायल हो गए। जबकि एक की मौत हो गई है। इनके अलावा कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, इमरान …

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की रैली में फायरिंग हुई है। फायरिंग में खुद इमरान खान भी घायल हो गए। जबकि एक की मौत हो गई है। इनके अलावा कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, इमरान खान को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इमरान खान के विरोध मार्च के दौरान गुरुवार को पंजाब प्रांत में उनके कंटेनर-ट्रक पर हमला किया गया जिसमें उनके पैर में गोली लगी है। मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है। यह घटना पंजाब के वजीराबाद कस्बे के अल्लाहवाला चौक के पास हुई। जियो टीवी के फुटेज के अनुसार 70 वर्षीय खान के दाहिने पैर में गोली लगी है। हमले के समय वह जिस कंटेनर में सवार थे, उससे उतार कर पुलिस उन्हें एक बुलेट प्रूफ वाहन में ले गई।

चैनल के अनुसार एक व्यक्ति को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस उसे किसी अज्ञात स्थान पर ले गई है। शुरु में बताया गया था कि खान सुरक्षित हैं जबकि कुछ लोग घायल हुए हैं। हालांकि, बाद में पता चला कि खान भी घायल हैं और उनके पैर में गोली लगी है। ऐसी भी खबरें हैं कि खान के करीबी सीनेटर फैसल जावेद भी इस हमले में घायल हुए हैं। इमरान खान की रैली में फायरिंग के दौरान का वीडियो वायरल हुआ है।

फवाद का दावा सत्ता में सरकार के दिन गिने-चुने

फवाद ने दावा किया, “सत्ता में सरकार के दिन गिने-चुने बचे हैं। इस बीच इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने राजधानी में धरना देने की अनुमति मांगने वाली पीटीआई की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा है। इस साल इमरान खान का यह दूसरा ऐसा मार्च है। इससे पहले 25 मई को ‘लांग मार्च’ आयोजित किया गया था।

इमरान ने 28 अक्टूबर को शुरू किया ‘हकीकी आजादी मार्च’
इमरान ने 28 अक्टूबर को शाहबाज शरीफ सरकार के इस्तीफे और तत्काल आम चुनाव की मांग को लेकर लंबा ‘हकीकी आजादी मार्च’ निकाला था। इस लंबे मार्च की शुरुआत के बाद से अब तक अलग-अलग कारणों से एक महिला पत्रकार समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है।

मार्च का हिस्सा नहीं बनें’ये बने थे लोग
वहीं सरकार ने ‘हकीकी आजादी मार्च’ लेकर आगाह किया है। गृह मंत्रालय ने सरकारी कर्मचारियों को कहा है कि वे इस मार्च का हिस्सा नहीं बनें। साथ ही, राज्य सरकारों को भी ये बातें कही गई थी। चेतावनी दी है कि लंबी पैदल यात्रा करने वालों ने कानून तोड़ा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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