चीन की सीमा पर बजी मोबाइल की घंटी, लद्दाख के डेमचोक में रिलायंस जियो ने लगाया 4जी टावर

चीन की सीमा पर बजी मोबाइल की घंटी, लद्दाख के डेमचोक में रिलायंस जियो ने लगाया 4जी टावर

चीन की सीमा से सटे, लद्दाख के सुदूर सीमावर्ती गांव डेमचोक में पहली बार मोबाइल की घंटी घनघना रहीं है। डेमचोक में लगे रिलायंस जियो के नए मोबाइल टावर की मार्फत इस इलाके में 4जी मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंची है। दशकों से इस इलाके को कनेक्टिविटी का इंतजार था। पहली बार लोग 4जी वॉयस और डेटा …

चीन की सीमा से सटे, लद्दाख के सुदूर सीमावर्ती गांव डेमचोक में पहली बार मोबाइल की घंटी घनघना रहीं है। डेमचोक में लगे रिलायंस जियो के नए मोबाइल टावर की मार्फत इस इलाके में 4जी मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंची है। दशकों से इस इलाके को कनेक्टिविटी का इंतजार था।

पहली बार लोग 4जी वॉयस और डेटा मोबाइल नेटवर्क से जुड़े हैं। लेह से सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्याल ने जियो मोबाइल टावर का उद्घाटन किया और सीमावर्ती गांव के लोगों, सेना व आईटीबीए के जवानों और यात्रियों को 4जी सेवाएं समर्पित कीं।

 4जी सेवा शुरू
चीन में समय पर मोबाइल टावर का काम पूरा करने के लिए सांसद ने रिलायंस जियो के अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह टावर इस क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। बताते चलें कि इस इलाके में होने वाली भारी बर्फबारी और खराब मौसम की वजह से साल भर में केवल 6 से 7 महीने ही काम हो पाता है। डेमचोक के अलावा, लद्दाख के सीमावर्ती गांव चुशुल, न्योमा थारुक और दुरबुक में भी 4जी सेवाओं का उद्घाटन किया गया।

168 मोबाइल टावर
चीन की सीमा से सटे लद्दाख में रिलायंस जियो के 168 मोबाइल टावर काम कर रहे हैं। सियाचिन बेस कैंप और ज़ांस्कर रिजन में Jio एकमात्र टेलीकॉम नेटवर्क ऑपरेटर है। संकू, तैफसुरु, शार्गोल, नुब्रा, खालसी, खारू, द्रास, पनामिक जैसे दूर दराज के ब्लॉकों के विभिन्न गांवों को पहले ही जियो नेटवर्क द्वारा कवर किया जा चुका है। रिलायंस जियो कई दूरदराज के अन्य गांवों में भी नेटवर्क कवरेज को विस्तार देने का काम कर रही है। जियो को सरकारी USOF के तहत 62 टावर लगाने का जिम्म मिला है, जिनमें से 44 टावर काम करने लगे हैं।

फाइबर रूट्स से जोड़ा
बेहद कठिन परिस्थितियों वाले इस इलाके में नेटवर्क मजबूत बना रहे इसलिए चीन से सटे लद्दाख को जियो ने तीन अलग अलग फाइबर रूट्स से जोड़ा है। यह फाइबर केबल रूट्स हैं लेह-श्रीनगर, लेह-मनाली (हिमाचल प्रदेश) और लेह-गुरेज़। दो रूट्स अभी चालू हैं जबकि लेह गुरेज़ फाइबर रूट के जल्द ही चालू होने की उम्मीद है। डेमचोक में Jio 4G सेवाओं की शुरुआत केंद्र शासित प्रदेश के समुदाय और पर्यटन उद्योग के लिए एक वरदान है।

मिले कमाई के अवसर
दूरसंचार सेवाओं की शुरूआत से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में सीमावर्ती निवासियों के जीवन में उल्लेखनीय परिवर्तन आने की उम्मीद है। 4जी सेवाएं न केवल निवासियों की सामाजिक स्थिति को प्रभावित करने वाली हैं, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होंगी क्योंकि इससे स्थानीय युवाओं और व्यापारियों के लिए कमाई के अवसर पैदा होंगे।

यह भी पढ़े-

इस दिवाली खरीद सकते हैं एयर प्यूरिफायर, घर को रखता है वायरस और बैक्टीरिया से फ्री