लखनऊ: 10 से 15 दिसंबर तक होगा महा धनुष यज्ञ मेले का आयोजन, जानें..
लखनऊ। राजधानी में चिनहट ब्लॉक के तकरोही के पास रामराय गांव में धनुष यज्ञ मेले का आयोजन किया जा रहा है। जहां न केवल एकता और भाईचारे का रंग नजर आता है, बल्कि लक्ष्मण नगरी में श्रीराम जन्म से उनके विवाह तक के जीवंत मंचन का पूरे साल लोगों को इंतजार रहता है। नारायण दत्त …
लखनऊ। राजधानी में चिनहट ब्लॉक के तकरोही के पास रामराय गांव में धनुष यज्ञ मेले का आयोजन किया जा रहा है। जहां न केवल एकता और भाईचारे का रंग नजर आता है, बल्कि लक्ष्मण नगरी में श्रीराम जन्म से उनके विवाह तक के जीवंत मंचन का पूरे साल लोगों को इंतजार रहता है। नारायण दत्त शुक्ला के निर्देशन में गांव के युवा कलाकार मंचन करते हैं।
कठपुतली के माध्यम से सामाजिक सरोकारों के बारे में बताने का भी प्रयास इस मेले में किया जाता है। हर साल हिंदी महीने के अगहन मास की सप्तमी से तीन दिनों का मेला लगता है। इस साल ये मेला 10 से 15 दिसंबर तक धनुष मेले के तर्ज पर आयोजित किया जाएगा। मेला कमेटी के अध्यक्ष दिलीप कुमार मिश्रा ने बताया कि धनुष यज्ञ श्रीराम विवाह शोभायात्रा के साथ मेले का समापन होगा। इसलिए इसे धनुष यज्ञ मेला कहा जाता है।
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इस बार मेले की 106वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। 3 दिनों तक श्रीराम जन्म से लेकर श्रीराम विवाह तक की लीलाओं का मंचन होगा। इसके अलावा अंतिम दिन गाजे-बाजे और भगवान के प्रतीकों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। मेले के संरक्षक चंद्रशेखर त्रिवेदी व डॉक्टर एलपी मिश्रा के दिशा निर्देशन में यह मेला वर्षों से लग रहा है। मेले की खास बात यह है कि यहां पहले मुस्लिम समाज के लोग भी मंचन किरदार निभाते थे। अब मेले के आयोजन में सहयोग के साथ ही कमेटी की गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं। बख्शी का तालाब विधानसभा क्षेत्र के विधायक अविनाश त्रिवेदी सहित गांव के लोगों के सहयोग से मेला लगाया जाता है।
संस्कृतिक विभाग से आते हैं कलाकार…
लखनऊ के मुख्य महलों में शामिल इस धनुष यज्ञ मेले में संस्कृतिक विभाग से कलाकार भी आते हैं। कलाकारों में भी यहां आने का पूरे साल बेसब्री से इंतजार रहता है। कोरोना संक्रमण से बचाव की गाइडलाइन के साथ यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।