गजब: इस देश ने बिना स्पर्म बना दिया दुनिया का पहला भ्रूण, जानिए कैसे किया तैयार

गजब: इस देश ने बिना स्पर्म बना दिया दुनिया का पहला भ्रूण, जानिए कैसे किया तैयार

यरुशलम। इजरायल का नाम टेक्नोलॉजी में सबसे आगे है। कहा जाता है कि कई मामलों में तो इजरायल की टेक्नोलॉजी अमेरिका जैसे देशों से भी काफी आगे है। अब तो इजरायल ने साइंटिफिक तरीके से भ्रूण भी बना दिया है। इजरायल के एक इंस्टीट्यूट में वैज्ञानिकों ने अंडाणु, वीर्य या निषेचन (फर्टलाइज़ेशन) का इस्तेमाल किए …

यरुशलम। इजरायल का नाम टेक्नोलॉजी में सबसे आगे है। कहा जाता है कि कई मामलों में तो इजरायल की टेक्नोलॉजी अमेरिका जैसे देशों से भी काफी आगे है। अब तो इजरायल ने साइंटिफिक तरीके से भ्रूण भी बना दिया है।

इजरायल के एक इंस्टीट्यूट में वैज्ञानिकों ने अंडाणु, वीर्य या निषेचन (फर्टलाइज़ेशन) का इस्तेमाल किए बिना दुनिया का पहला ‘कृत्रिम भ्रूण’ (Israeli Scientist Creates World’s First Synthetic Embryo Using Just Stem Cells) तैयार किया है। चूहे से स्टेम कोशिकाएं जुटाकर और फिर उन्हें विशेष इन्क्यूबेटर में रखकर एक लैब में भ्रूण तैयार किया गया। हालांकि, अधिकतर कोशिकाएं कुछ भी बनाने में असफल रहीं लेकिन 0.5% ने मिलकर भ्रूण जैसी संरचनाएं बनाईं।

अक्सर कहा जाता है कि एक जीव को पैदा होने के लिए तीन चीजों की जरूरत होती है, जिसमें स्पर्म, एग और कोख की जरूरत होती है, जो बच्चे को 9 महीने तक रख सके। लेकिन, इजरायल ने इन तीनों चीजों के बिना ही एक कृत्रिम भ्रूण का निर्माण कर दिया है और अभी तक इसके रिजल्ट भी पॉजिटिव है।

कैसे किया गया तैयार?
बता दें कि इजरायल के Weizmann इंस्टीट्यूट ने स्टेम सेल्स के जरिए यह कारनामा किया है। पहले इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने अंदाजा लगाया कि इस तरह से भ्रूण तैयार किया जा सकता है और वे सफल हुए हैं। अब भ्रूण का दिल धड़कने लगा है और दिमाग भी तैयार होने लगा है। बता दें कि यह भ्रूण चूहे का तैयार किया गया है, जिसमें अब पूंछ आदि का भी विकास शुरू हो गया है।

यह एक तरह का कृत्रिण भ्रूण है, क्योंकि इसे फर्टिलाइज्ड अंडों के बिना बनाया गया है। इसके जरिए इन चीजों का पता करने में मदद लगेगी कि आखिर भ्रूण विकास के तरह किस तरह शरीर का निर्माण होता है। लेकिन, शोधकर्ताओं का मानना ​​​​है कि इससे जानवरों पर होने वाले प्रयोग को भी कम किया जा सकता है।

इसके अलावा इंसानों के कई तरह के ट्रांसप्लांटेशन भी इनकी मदद ली जा सकती है। जैसे ल्यूकेमिया रोगी की स्किन कोशिकाओं को उनका इलाज करने के लिए बोनमैरो कोशिकाओं में बदला जा सकता है।
World's first 'artificial embryo' in Israel - ARFIUS.com

हो सकेंगे कई एक्सपेरिमेंट
रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टेम सेल से बनाए गए इस भ्रूण को खास तरह के स्थान पर रखा गया था और यहां ही भ्रूण को विकसित किया गया. यह इसलिए खास है क्योंकि बिना गर्भ के स्टेम सेल्स के जरिए जीव का निर्माण किया जा रहा है।

इसके लिए वैज्ञानिकों ने वो ही सभी तरीके इस्तेमाल किए हैं, जो गर्भ में भ्रूण के विकास के लिए काम में आते हैं। इसमें प्राकृतिक तरीकों के इतर कृत्रिम तरीकों से निर्माण किया गया है और कृत्रिम तरीकों से ही वैसा माहौल भी दिया गया।

बता दें कि पहले भी इस तरह की कोशिश की गई थी, लेकिन अक्सर कोशिकाओं का उत्पादन करना मुश्किल होता था, क्योंकि प्रत्यारोपण के लिए एक खास उत्तक के तौर पर उपयुक्त नहीं हो पाते थे। माना जा रहा है कि ये शोध आगे काफी रिसर्च के लिए अहम होगा और इसे आधार मानकर कई तरह के भ्रूण बनाने में मदद मिलेगी।

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