T20 World Cup: गेंदबाज कोच पारस म्हांब्रे का भारतीय टीम को लेकर बड़ा बयान, जानिए क्या कहा

T20 World Cup: गेंदबाज कोच पारस म्हांब्रे का भारतीय टीम को लेकर बड़ा बयान, जानिए क्या कहा

सिडनी। गेंदबाजी कोच पारस म्हांब्रे ने बुधवार को कहा कि डेथ ओवरों में बल्लेबाजों को रोकना सभी टीमों के लिए एक चुनौती बन गया है और भारत इस मोर्चे पर संघर्ष करने वाली अकेली टीम नहीं है। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की टीम सहज है लेकिन जब लक्ष्य का बचाव करने की बात …

सिडनी। गेंदबाजी कोच पारस म्हांब्रे ने बुधवार को कहा कि डेथ ओवरों में बल्लेबाजों को रोकना सभी टीमों के लिए एक चुनौती बन गया है और भारत इस मोर्चे पर संघर्ष करने वाली अकेली टीम नहीं है। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की टीम सहज है लेकिन जब लक्ष्य का बचाव करने की बात आती है तो टीम संघर्ष करती नजर आती है। इसके अलावा पहले गेंदबाजी करते हुए अंतिम तीन ओवर में भी गेंदबाज जूझ रहे हैं।

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में पाकिस्तान को 17 ओवर में सात विकेट पर 125 रन पर रोकने के बाद भारत ने अंतिम तीन ओवर में 34 रन दिए। एशिया कप में भी 16 से 20 ओवर के बीच भारतीय गेंदबाजों पर पाकिस्तान और श्रीलंका के बल्लेबाजों का दबदबा रहा था। म्हांब्रे ने नीदरलैंड के खिलाफ टीम के टी20 विश्व कप मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अंतिम ओवर, न केवल हमारे लिए, बल्कि अन्य टीमों के लिए भी चुनौती रहे हैं।’’ इस पूर्व टेस्ट तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘पिछले मैच में ही गेंदबाजों के खिलाफ रन बने और हम इसे स्वीकार करते हैं।

यह एक चुनौतीपूर्ण दौर रहा है और हम इसके लिए तैयार हैं, अपने गेंदबाजों की पहचान कर रहे हैं।’’ म्हांब्रे ने कहा कि वह पाकिस्तान के खिलाफ मैच जैसा दबाव वाला मैच हमेशा पहले खेलना पसंद करेंगे क्योंकि यह टीम को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘काफी हाइप और जुनून वाले पहले मैच का शुरुआती चरण में हो जाना बेहतर है। अगर यह तीसरा या चौथा मैच होता तो इसका अन्य मैच पर भी प्रभाव पड़ता।

तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को 18वें से 20वें ओवर के बीच गेंदबाजी करने के लिए चुना गया है लेकिन गेंदबाजी कोच ने कहा कि निश्चित रूप से स्थिति के अनुसार योजनाएं बदल जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रारूप में आपको सामंजस्य बैठाना होगा। आवश्यक हो तो अन्य विकल्प होने चाहिए- चाहे तेज गेंदबाज हों या स्पिनर, आवश्यकता पड़ने पर आपके पास विकल्प होने चाहिए। आपको अलग तरीके से सोचना होगा और हमारे पास हमारी योजनाए हैं।’’ म्हांब्रे ने योजनाओं को अंजाम देने की क्षमता के लिए पंजाब के अर्शदीप की सराहना की। म्हांब्रे ने कहा, ‘‘उन्होंने (अर्शदीप) आईपीएल के दौरान कड़ी मेहनत की।

वह दो अलग-अलग चरण में गेंदबाजी करते हैं – पहला पावरप्ले और फिर डेथ ओवर। उनके पास सोचने की प्रक्रिया में संयम और स्पष्टता है जो उन्होंने दिखाया है।’’ म्हाम्ब्रे को लगता है कि अर्शदीप के करियर में उतार-चढ़ाव आएंगे जो उसे मजबूत बनाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘वह शानदार खिलाड़ी है। यह अपने करियर में उतार-चढ़ाव से गुजरेगा। उसने जिस तरह वापसी की है और दबाव को झेलने की क्षमता असाधारण है। हमें उस पर बहुत भरोसा है और उसका भविष्य अच्छा है।’’

हार्दिक पंड्या ने पाकिस्तान के खिलाफ चार ओवर गेंदबाजी की और तीन विकेट चटकाए। यह पूछने जाने पर कि क्या बड़ौदा के इस ऑलराउंडर को पांचवें विशेषज्ञ गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे अंतिम एकादश में अतिरिक्त बल्लेबाजी विकल्प मिलेगा। म्हांब्रे ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से परिस्थितियों पर निर्भर करता है। वह आपको चार ओवर का विकल्प देता है और हमारे लिए प्रभावी रहा है। वह संतुलन लाता है। यह उस टीम पर निर्भर करता है जिसके खिलाफ हम खेल रहे हैं।’’

रविचंद्रन अश्विन की क्रिकेट समझ से पूरी दुनिया वाकिफ है और म्हांब्रे ने इस नजरिए की पुष्टि की जब उनसे पूछा गया कि कोच इस ऑफ स्पिनर को क्या सलाह देते हैं। गेंदबाजी कोच ने कहा, ‘‘जब अश्विन की बात आती है तो मामला उलटा होता है, वह हमें बताता है। यह इसी तरह का है।’’ लेकिन अश्विन का ड्रेसिंग रूम में जिस तरह का सम्मान है, वह कोच की अगली टिप्पणी से स्पष्ट हो गया।

म्हांब्रे ने कहा, ‘‘उन्होंने उस गेंद (20वें ओवर में मोहम्मद नवाज का सामना करते हुए जो गेंद वाइड हो गई) को छोड़ने के लिए समझदारी दिखाई। उस समय कोई अन्य खिलाड़ी अपना शॉट खेलता लेकिन यही अश्विन है। शीर्ष खिलाड़ी।’’ म्हांब्रे ने संकेत दिए कि जब अंतिम एकादश चुनने की बात आती है तो बेहतर बल्लेबाजी कौशल के कारण अश्विन लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल पर फायदे की स्थिति में होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें संयोजन के हिसाब से देखना होगा कि वह (अश्विन) क्या संतुलन प्रदान करता है। वह आपको बल्लेबाजी विकल्प भी देता है।’’

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