हमीरपुर: सर्वे से मदरसा संचालकों में हड़कंप, जांच में नहीं मिले बच्चे, एक में बनता मिला भोजन

हमीरपुर,अमृत विचार। गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराकर उन्हें मान्यता की श्रेणी में लाने की सरकार की मंशा के चलते मंगलवार को कस्बे सहित क्षेत्र के तीन मदरसों का सर्वे किया गया। जिसमें दो मदरसों में बच्चे नहीं मिले। जबकि एक मदरसा बंद पाया गया। सर्वे में पात्र पाए जाने वाले मदरसों को उत्तर …

हमीरपुर,अमृत विचार। गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराकर उन्हें मान्यता की श्रेणी में लाने की सरकार की मंशा के चलते मंगलवार को कस्बे सहित क्षेत्र के तीन मदरसों का सर्वे किया गया। जिसमें दो मदरसों में बच्चे नहीं मिले। जबकि एक मदरसा बंद पाया गया। सर्वे में पात्र पाए जाने वाले मदरसों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मान्यता दी जा सकती है। जिसके चलते सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे किया जा रहा है। जिसकी आख्या अक्तूबर के पहले सप्ताह सरकार तक पहुंचने की आशा है।

शुक्रवार को समाज कल्याण कल्याण अधिकारी हिमांशु अग्रवाल, शिक्षा विभाग के शंकुल प्रभारी मो. सईद सिद्दीकी और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सुरेश कुमार सहित अन्य सदस्यों की कमेटी ने कम्हरिया के मदरसा बदरुल औलिया, कस्बे के बड़े चौराहे के निकट स्थित मदरसा दाता गरीब शाह और कांशीराम कालोनी छिमौली रोड़ के निकट स्थित मदरसा माहिर उल उलूम का सर्वे किया। जिसमें मदरसे का नाम, संचालित करने वाली संस्था, स्थापना वर्ष, निजी या किराए के भवन में संचालित होने की जानकारी ली गई।

छात्रों के लिए बिजली, पानी, शौचालय, फर्नीचर, छात्रों व शिक्षकों की संख्या, मदरसे का पाठ्यक्रम, आय के साधन, क्या मदरसा में छात्र अध्ययन कर रहे हैं सहित अन्य बिंदुओं की जांच की गई।जिसमें कम्हरिया स्थित मदरसे में लगभग एक सैकड़ा छात्रों का भोजन बनता पाया गया, लेकिन बच्चे नदारद रहे। ऐसे ही मदरसा दाता बहार शाह में भी बच्चे नहीं मिले। जबकि कस्बे के कांशीराम कालोनी के निकट चल रहे मदरसा माहिर उल उलूम में लाकडाउन लगा मिला।

हालांकि मदरसा संचालक दबी जुबान से शुक्रवार की छुट्टी और नमाज का समय होने के कारण बच्चे नहीं होने की बात कह रहे हैं। इस मामले में समाज कल्याण अधिकारी हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि सरकार की मंशा के मुताबिक मदरसों का सर्वे कर रहे हैं। मौदहा क्षेत्र के तीन मदरसों का सर्वे किया गया है। जिनमें किसी भी मदरसे में बच्चे नहीं मिले हैं। सिर्फ एक मदरसे में भोजन बन रहा था और सभी मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं। कहा वह जांच रिपोर्ट शासन को भेजेंगे।

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