हल्द्वानी: अध्यात्म और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगी ‘पंचवटी वाटिका’, 15 अगस्त को होगा शिलान्यास

हल्द्वानी, अमृत विचार। वन विभाग कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में पंचवटी वाटिका बनाने जा रहा है। इस वाटिका के जरिए वन महकमा जनता को पर्यावरण, अध्यात्म संरक्षण का देकर वनों के महत्व के प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रहा है। तराई केंद्रीय वन डिवीजन की हल्द्वानी रेंज के अंतर्गत रामपुर रोड स्थित अरण्य …

हल्द्वानी, अमृत विचार। वन विभाग कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में पंचवटी वाटिका बनाने जा रहा है। इस वाटिका के जरिए वन महकमा जनता को पर्यावरण, अध्यात्म संरक्षण का देकर वनों के महत्व के प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रहा है।

तराई केंद्रीय वन डिवीजन की हल्द्वानी रेंज के अंतर्गत रामपुर रोड स्थित अरण्य भवन के समीप 3600 वर्ग मीटर में पंचवाटिका बनाई जाएगी। इस वाटिका में पीपल, बरगद, सीता अशोक, बेलपत्र, आंवला के पौधों को लगाया जाएगा। शहर के बीचो बीच इस वाटिका को बनाने का मकसद वन भूमि को अतिक्रमण से बचाने के साथ ही आमजन को हरियाली के विभिन्न महत्वों की जानकारी देना है। फिलहाल वन विभाग ने इस वाटिका का चाहरदीवारी का काम शुरू हो गया है। वाटिका को आवारा पशुओं से बचाने के लिए नीचे लोहे की जाली और ऊपर लोहे के तारों से तारबाड़ की जा रही है। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 15 अगस्त को पंचवटी का शिलान्यास किया जाएगा।

विशेष संरचना के साथ बनाई जाती है पंचवटी

पंचवटी में पीपल, बरगद, सीता अशोक, बेलपत्र, आंवला को विशेष आकार में चारों दिशा व कोण में लगाया जाता है। इसकी संरचना में वाटिका आयुर्वेद, मनोविज्ञान, औद्योगिक, वास्तुशास्र, पर्यावरण संरक्षण के लिए उपयोग होता है। इसके अलावा पंचवटी में रोपे जाने वाले पांचों पौधों का औषधीय गुण, धार्मिक महत्व व  पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं। इनमें सभी वे गुण हैं जो मनुष्य को दीर्घायु व रोगों से निजात दिलाते हैं।

रामपुर रोड स्थित अरण्य भवन के समीप 3600 वर्ग मीटर वन भूमि में पंचवटी वाटिका बनाई जा रही है। इसकी फेंसिंग का काम शुरू हो गया है। 15 अगस्त को इस वाटिका का शिलान्यास किया जाएगा। – यूआर आर्य, रेंजर हल्द्वानी वन रेंज, तराई केंद्रीय वन डिवीजन

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