PM Modi का ‘मिशन LiFE’, गुजरात से दुनिया सीखेगी जीने का तरीका

PM Modi का ‘मिशन LiFE’, गुजरात से दुनिया सीखेगी जीने का तरीका

केवडिया (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवडिया में मिशन LiFE का उद्घाटन किया। इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और राज्य के मुख्मयंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। इससे पहले केवडिया के एकता नगर स्थित स्टेचू ऑफ यूनिटी पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से …

केवडिया (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवडिया में मिशन LiFE का उद्घाटन किया। इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और राज्य के मुख्मयंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। इससे पहले केवडिया के एकता नगर स्थित स्टेचू ऑफ यूनिटी पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर द्विपक्षीय बैठक की। PM मोदी और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने केवड़िया में सरदार पटेल के स्टैच्यू पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मोदी ने गुटेरेस के साथ लंबी बातचीत की, जो बुधवार से तीन दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी केवड़िया के एकता नगर में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ में ‘मिशन लाइफ’ (लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरनमेंट) की शुरुआत की। मिशन का उद्देश्य त्रिस्तरीय रणनीति को लागू करके जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करना है। गुटेरेस मोढेरा गांव का भी दौरा करेंगे, जिसे हाल में देश का पहला 24×7 सौर ऊर्जा संचालित गांव घोषित किया गया था और वह गांव की महिलाओं के साथ बातचीत करेंगे। गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित मोढेरा में सबसे पुराना सूर्य मंदिर है।

गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में ‘मिशन लाइफ’ के वैश्विक लॉन्च पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि व्यक्ति और समुदाय हमारे ग्रह और हमारे सामूहिक भविष्य की रक्षा के समाधान का हिस्सा हो सकते हैं और होना चाहिए।

वीडियो संदेश द्वारा मिशन लाइफ के शुभारंभ पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने कहा कि ऐसे समय में जब हमारी दुनिया भू-राजनीतिक तनावों के अधीन है, हमें सहयोग चुनना होगा क्योंकि कोई भी देश अकेले वैश्विक चुनौतियों का समाधान नहीं कर सकता है, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन का।

मिशन लाइफ के लॉन्च पर वीडियो संदेश में एस्टोनिया की PM काजा कलास ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सामूहिक प्रतिक्रिया की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक मजबूत है। मिशन लाइफ को लॉन्च करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ उनके नेतृत्व के लिए हम PM मोदी के आभारी हैं।

मिशन लाइफ के शुभारंभ पर जॉर्जिया के PM इराकली गरिबश्विली ने कहा कि जॉर्जिया इस वैश्विक पहल का स्वागत और पूरी तरह से समर्थन करता है जिसे PM मोदी द्वारा शुरू किया गया है, जो पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली को बढ़ावा देता है।

मिशन लाइफ पर यूके की PM लिज़ ट्रस ने कहा कि हमें अर्थव्यवस्था की रक्षा करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। हम क्लाइमेट इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए भारत जैसे भागीदारों के साथ निवेश कर रहे हैं। मैं मिशन लाइफ को लॉन्च करने में भारत के नेतृत्व की सराहना करती हूं।

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क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने कहा कि Mission Life का मंत्र है Lifetime और environment.पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को व्यक्तिगत प्रयासों की कामना के साथ ही आज ये मिशन का विजन दुनिया के सामने रख रहा हूं। क्लाइमेट चेंज से हो रहे बदलाव लोग अपने आस-पास महसूस कर रहे हैं, पिछले कुछ दशकों में हमने इस दुष्प्रभाव को तेजी से बढ़ते देखा है। आज हमारे ग्लेशियर पिघल रहे हैं, हमारी नदियां सूख रही हैं, मौसम अनिश्चित हो रहे हैं और ये बदलाव लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं कि क्लामेट चेंज को सिर्फ पॉलिसी मेकिंग पर नहीं छोड़ा जा सकता है। मिशन लाइफ इस धरती की सुरक्षा के लिए जन-जन की शक्तियों को जोड़ता है। उनका बेहतर इस्तेमाल करना सिखाता है। मिशन लाइफ इस बात पर भरोसा करता है की छोटे-छोटे प्रयासों का भी व्यापक प्रभाव हो सकता है।

मिशन लाइफ P3 (Pro-Planet People) की अवधारणा को मजबूत करेगा। मिशन लाइफ धरती के लोगों को ‘Pro-Planet People’ से जोड़ता है, उनको अपने विचार से समाहित करके एक कर देता है। ये Lifestyle of the planet, for the planet and by the planet, के मूल सिद्धांत पर चलता है। गुजरात महात्मा गांधी की जन्मस्थली है। वो उन विचारकों में से एक थे, जो बहुत पहले पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर जीवन जीने का महत्व समझ गए थे।

हमने LED बल्ब की योजना शुरू की और देश का प्राइवेट सेक्टर भी इसमें भागीदार बना। भारत में आए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को जानकर हैरानी होगी कि कुछ ही समय में भारत के लोगों ने 160 करोड़ से ज़्यादा LED बल्ब घरों में लगाए जिसकी वजह से 100 मीलियन टन से अधिक का CO2 उत्सर्जन कम किया। आज हमारे ग्लेशियर पिघल रहे हैं, समुद्रों का जलस्तर बढ़ रहा है, हमारी नदियां सूख रही हैं, मौसम अनिश्चित हो रहे हैं। यह बदलाव लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन को सिर्फ नीति के भरोसे नहीं छोड़ सकते। लोग महसूस कर रहे हैं कि उनकी इस धरती के लिए ज़िम्मेदारी है।

गुजरात भारत के उन राज्यों में से एक है जिसने सबसे पहले रिन्यूएबल एनर्जी और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काफी पहले कदम उठाने शुरू किए थे। जलवायु परिवर्तन को लेकर ऐसी धारणा बनाई है जैसे वह नीति से जुड़ा मामला है। जैसे ही हम इसे नीति से जोड़कर देखते हैं तो जाने अंजाने में हम मान लेते हैं कि इस पर सरकार ही कुछ करेगी।

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