बरेली: गुम हुए गुरु, शिक्षा के मंदिर में लगे ताले, अधर में लटका देश का भविष्य
बरेली, अमृत विचार। देश का भविष्य शिक्षकों के हाथ में होता है। वह बच्चों में शिक्षा की अलख जगाकर उन्हें इस काबिल बनाता है जो देश के सर्वागीण विकास में योगदान करता है। लेकिन, ग्राम पंचायत गुरुगांवा मुस्तकिल विकास खंड मझगवां, आंवला (बरेली) का लाल बहादुर शास्त्री जूनियर हाईस्कूल राजनीति के भेट चढ़ गया है। …
बरेली, अमृत विचार। देश का भविष्य शिक्षकों के हाथ में होता है। वह बच्चों में शिक्षा की अलख जगाकर उन्हें इस काबिल बनाता है जो देश के सर्वागीण विकास में योगदान करता है। लेकिन, ग्राम पंचायत गुरुगांवा मुस्तकिल विकास खंड मझगवां, आंवला (बरेली) का लाल बहादुर शास्त्री जूनियर हाईस्कूल राजनीति के भेट चढ़ गया है। बच्चों का भविष्य बीच में लटक गया है। स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक अब कोटेदार हो गए है। बीच सत्र में स्कूल बंद कर दिया, लेकिन आज तक कोई अधिकारी इसकी जांच करने नहीं आया है। लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर चल रहे स्कूल पर ताला जड़ दिया गया है।
अब स्कूल को खंडहर बनाने की तैयारी चल रही है। ये अब स्कूल नही रहा है ये महज बारात घर बन गया है। शिक्षा को लेकर शिक्षा विभाग लापरवाही बरतने लगा है। ग्रामीण लोगो से बातचीत के आधार पर पता चला कि ये स्कूल क्षेत्र का सबसे पुराना स्कूल है।
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है क्योंकि स्कूल के मेन गेट पर ताला डाल दिया गया है। जिन बच्चों को स्कूल में पढ़ाया जा रहा है। उनके परिजनों को स्कूल बंद होने से चिंता सताने लगी है। इस मामले में गांव वाले मुख्यमंत्री से भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन स्कूल के प्रधानाचार्य पर किसी प्रकार का कोई फर्क नहीं पड़ा है। गुरूगावा युवा संगठन के पदाधिकारियों ने इस मुद्दे को उठाया है। इस मामले में उन्होंने जिला अधिकारी से शिकायत की है।
ये भी पढ़ें : बरेली: नवरात्र आज से शुरू, देवी मंदिरों पर उमड़ा आस्था का सैलाब, हाथी पर सवार होकर आईं मातारानी