बरेली: दिवाली में बढ़ सकते हैं अस्थमा के मरीज, व्यवस्थाएं हो रहीं चाक चौबंद

बरेली: दिवाली में बढ़ सकते हैं अस्थमा के मरीज, व्यवस्थाएं हो रहीं चाक चौबंद

बरेली, अमृत विचार। घरों में दिवाली की साफ-सफाई के बीच सांस की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए इन दिनों चुनौती बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार कि इस समय मौसम बदल रहा है और दिवाली के आसपास हर साल अस्थमा के मरीजों की परेशानियां बढ़ जाती है, क्योंकि इस दौरान बाहर के साथ घर में …

बरेली, अमृत विचार। घरों में दिवाली की साफ-सफाई के बीच सांस की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए इन दिनों चुनौती बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार कि इस समय मौसम बदल रहा है और दिवाली के आसपास हर साल अस्थमा के मरीजों की परेशानियां बढ़ जाती है, क्योंकि इस दौरान बाहर के साथ घर में भी प्रदूषण बढ़ जाता है। दिवाली के बाद सास संबंधी रोगियों की संख्या बढ़ती है मरीजों को उचित इलाज मिल सके इसकी कार्य योजना मंगलवार को एडीएसआईसी डा. मेघ सिंह ने तैयार कर ली है। उन्होंने बैठक कर डाक्टरों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

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जिला अस्पताल के फिजिशियन डा. राहुल बाजपेई के अनुसार मिट्टी ही प्रदूषण का प्रमुख कारण नहीं है बल्कि मच्छर रोधी क्वाइल से होने वाला धुआं भी अस्थमा मरीजों की परेशानी को बढ़ाता है। थोड़ी सतर्कता अस्थमा मरीजों को राहत प्रदान कर सकती है। मौसम बदल रहा है, ऐसे में ठंडी व खट्टी चीजों से परहेज करें ताकि खांसी की शिकायत न हो। इसके अलावा घर में वेंटिलेशन का ध्यान रखें।

इन बातों का रखे ध्यान
दिवाली पर दीपक जलाने के बाद कोशिश करें कि उन्हें घर के बाहर रख दें और यदि घर के अंदर रख रहे हैं तो खिड़की-दरवाजों को खुला रखें। साथ ही दवाओं को समय पर लें और जरूरत पड़ने पर चिकित्सीय सलाह लें। अपने इनहेलर को हमेशा साथ रखें। इसके अलावा घर में साफ-सफाई के दौरान मास्क का प्रयोग करें। घर के बाहर जाते समय भी मास्क ठीक से लगाएं।

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