बरेली: गांवों में घर-घर कूड़ा उठाने की नहीं बनी कार्ययोजना, प्रस्ताव का इंतजार

बरेली: गांवों में घर-घर कूड़ा उठाने की नहीं बनी कार्ययोजना, प्रस्ताव का इंतजार

बरेली, अमृत विचार। शहर की तर्ज पर अब पंचायत के गांवों व मोहल्लों से भी प्रत्येक दिन हर घर से कूड़ा-कचरा का उठाव किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। गांवों में घर-घर कूड़ा उठाने के लिए कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश जिला प्रशासन ने दिया था। अब तक मात्र 98 ग्राम पंचायतों की …

बरेली, अमृत विचार। शहर की तर्ज पर अब पंचायत के गांवों व मोहल्लों से भी प्रत्येक दिन हर घर से कूड़ा-कचरा का उठाव किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। गांवों में घर-घर कूड़ा उठाने के लिए कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश जिला प्रशासन ने दिया था। अब तक मात्र 98 ग्राम पंचायतों की ओर से प्रस्ताव भेजे गए हैं। शेष का इंतजार किया जा रहा है।

जिले में 1193 ग्राम पंचायतें हैं। गांवों में कचरा न फैले, इसके लिए प्रशासन की ओर से पहले ही कार्ययोजना बनाई गई थी। इसके लिए डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार ने सभी ग्राम पंचायतों के प्रधान व सचिव से प्रस्ताव मांगे थे। क्या-क्या संसाधन चाहिए, इसकी रिपोर्ट मांगी थी। अब तक 98 ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव आए हैं, जबकि शेष किसी ने अभी तक प्रस्ताव नहीं भेजा है। हाल ही में डीपीआरओ कार्यालय की ओर से प्रस्ताव दोबारा से मांगे गए हैं, जिससे कार्य तेजी से हो सके। कार्ययोजना न बनने से लोग कूड़ा मनमाने तरीके से फेंक रहे हैं।

अलग-अलग उठाया जाएगा कचरा
पंचायत के प्रत्येक घर से सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग डस्टबिन में रखने की व्यवस्था की जाएगी। जिससे कचरा उठाने के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। वहीं, प्रत्येक राजस्व गांव में पंचायत द्वारा निर्धारित स्थान पर वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जाएगा। ठोस अवशिष्ट संग्रहण एवं संस्करण का कार्य पंचायत या जीविका संगठन के माध्यम से कराया जा सकता है। यदि जीविका संगठन तैयार नहीं होगा तो ग्राम पंचायत द्वारा आउटसोर्सिंग द्वारा भी काम कराया जा सकता है।

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