Chaitra Navratri 2025: यूपी के मां शीतला शक्तिपीठ में उमड़ा जनसैलाब, दर्शन के लिए लगी लंबी कतार 

Chaitra Navratri 2025: यूपी के मां शीतला शक्तिपीठ में उमड़ा जनसैलाब, दर्शन के लिए लगी लंबी कतार 

कौशांबी, अमृत विचार। देश की 51 शक्तिपीठों में शामिल उत्तर प्रदेश के कौशांबी स्थित शीतला देवीधाम कड़ा में बासंतिक नवरात्रि मेला में आज अष्टमी तिथि को महागौरी स्वरूप शीतला देवी के दर्शनार्थ देवी भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मां शीतला देवी के मंदिर में पहुंचकर दर्शन और पूजा-अर्चना की। 

नवमी पर होगा मेले का समापन 

रविवार को मेले का आखिरी दिन है प्रतिपदा से लेकर अष्टमी तक 10 लाख से ज्यादा देवी उपासकों ने मां शीतला देवी के दर्शन लाभ प्राप्त कर चुके है। पुराणों में वर्णित प्रसंग के अनुसार शिवप्रिया सती का विष्णु भगवान ने सुदर्शन चक्र से विच्छेदन किया था तो उनका एक हाथ जिस स्थान पर गिरा था वही देवी मंदिर स्थापित कर दिया गया था।

माता सती के शक्तिपीठो में से एक 

कर के नाम पर उस स्थान का नाम करा जो कालांतर में अपभ्रंश होकर कड़ा धाम हो गया जिसे अब शीतला देवीधाम कड़ा शक्तिपीठ के रूप में जाना जाता है। द्वापर में जेष्ठ पांडूपुत्र अज्ञातवास की अवधि में यहां आए और देवी दर्शन किया और गंगा के किनारे शीतला देवी मंदिर कानिर्माण कराया था। अनादि काल से यहां श्रद्धालुदेवी दर्शन के लिए आते हैं। 

भक्तों की आस्था से जुड़ा है मंदिर 

मान्यता है कि यहां नवरात्रि के विशेष अवसर पर जो श्रद्धालु जिस भावना के साथ आता है। उसकी इच्छापूर्ण होती हैदेवी दर्शन से भक्तों के पाप नष्ट हो जाते हैं। मनवांछित फल की प्राप्त होती है। भारी संख्या में यहां नवरात्र के अवसर पर नव विवाहित जोड़ा गंगा पूजन करते हैं तदोपरांत शीतला देवी के दर्शन कर के सुखमय जीवन की देवी से याचनाकरते हैं। 

देशभर से दर्शन के लिए आते है लोग 

दूर-दूर से लोग अपने नौनिहाल बच्चों को लेकर कड़ा धाम आकर देवी स्थानके पास मुंडन कराते है। मान्यता है कि यहां मुंडन कराने से बच्चे दीघार्यु होते हैं। निरोगी होते हैं। उनका भविष्य सुख मय होता है। देवी दर्शन मात्र से तीन प्रकार के ताप दैहिक, दैविक और भौतिक नष्ट हो जाते है।

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