बाराबंकी: परीक्षा देने की जगह खेतों में काम कर रहे हैं प्राथमिक विद्यालयों के छात्र

बाराबंकी। प्राथमिक विद्यालयों की परीक्षाएं पूरी तरह अव्यवस्थित माहौल में चल रही हैं। कहीं एक ही डेस्क पर 3-3 छात्र परीक्षा दे रहे हैं तो कहीं परीक्षा देने वाले छात्र ही नदारद हैं। 25% से अधिक छात्रों की अनुपस्थिति के चलते अब शिक्षा अधिकारियों के कान खड़े हो रहे हैं। इस संदर्भ में बेसिक शिक्षा …
बाराबंकी। प्राथमिक विद्यालयों की परीक्षाएं पूरी तरह अव्यवस्थित माहौल में चल रही हैं। कहीं एक ही डेस्क पर 3-3 छात्र परीक्षा दे रहे हैं तो कहीं परीक्षा देने वाले छात्र ही नदारद हैं। 25% से अधिक छात्रों की अनुपस्थिति के चलते अब शिक्षा अधिकारियों के कान खड़े हो रहे हैं। इस संदर्भ में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कोई जवाब देने वाला भी नहीं है।
कोरोना दंश के चलते परिषदीय विद्यालय में बीते दो वर्षों से पढ़ाई और परीक्षाएं नहीं हो सकी थी। इस दौरान सभी विद्यालय भी बंद रहे। जिससे शिक्षा के स्तर में काफी गिरावट आई, लेकिन परिषदीय विद्यालय में शासन के दिशा-निर्देश पर कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों की परीक्षा 22 मार्च से शुरू हो गई है। पहले दिन कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक के सभी बच्चों की मौखिक परीक्षा हुई, वही कक्षा 6,7,8 लिखित परीक्षा भी हुई।
आज बुधवार को जनपद के सभी प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 2 से लेकर कक्षा 5 तक की परीक्षाएं आयोजित की गई है। जिले की रामनगर तहसील अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय बिन्दौरा पड़ाव में बच्चों की संख्या में कमी देखी गई। और तो और एक साथ तीन-तीन बच्चे एक ही डेस्क पर बैठकर परीक्षा देते पाए गए। जब इसके बारे में विद्यालय इंचार्ज दीपिका सिंह और सह-अध्यापक श्वेता श्रीवास्तव से बात की गई।
कई बच्चों को बैठाकर परीक्षा ली जा रही
तो उन्होंने विद्यालय में पर्याप्त कमरे व डेस्क ना होने से एक साथ कई बच्चों को बैठाकर परीक्षा ली जा रही है। वही विद्यालय के दूसरे कक्ष में एक डेस्क पर बैठे बच्चों को पीछे की डेस्क पर भेज दिया। और बताया, विद्यालय में कक्षा दो में 6 बच्चों का इनरोलमेंट जिनमें मात्र 4 बच्चे परीक्षा देने आए हैं। कक्षा 3 में 12 बच्चों का एनरोलमेंट हुआ था। जिसमें मात्र 7 बच्चों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। कक्षा चार में कुल अट्ठारह बच्चों इनरोलमेंट हुआ था।
जिनमें से 9 बच्चों ने ही परीक्षा में प्रतिभाग लिया है। कुछ इसी तरह कक्षा 5 में 14 बच्चों का इनरोलमेंट हुआ था। जिसमें 12 बच्चे वार्षिक परीक्षा में भाग लेने आए हैं। कुछ बच्चे खेतों में आलू की बिनाई कर रहे है। तो कुछ होली की छुट्टियों में अपने रिश्तेदार के घर गए है। बच्चों के माता-पिता को मौखिक व फोन के माध्यम से परीक्षा की जानकारी दे दी गई थी।
आलम यह है कि बच्चों को बहुत मुश्किल से जबरदस्ती घरों से लाया जा रहा है। वही इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी के सीयूजी नंबर पर बात की गई तो पता चला बीएसए साहब पिछले 6 दिनों से छुट्टी पर है। उनकी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे शिक्षा अधिकारी ने बताया मामला छोटे-छोटे बच्चों के भविष्य का है। तत्काल शिक्षा अधिकारियों से बात कर परीक्षा से जुड़ी सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा।
पढ़ें-ब्लू मोनोकनी में सनी लियोनी ने इंटरनेट का बढ़ाया टेम्परेचर, सोशल मीडिया पर लगी आग