अयोध्या: बारिश के कारण ठप रहा 835 में से 424 ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य

अयोध्या। जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण पहले से ही मनरेगा कछुआ गति से चल रही थी। अब बारिश ने मनरेगा की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है। इससे चार हजार से ज्यादा काम करने वाले मजदूरों की संख्या घट गई है। जिले के 11 ब्लाकों में 835 ग्राम पंचायतों में से 424 ग्राम पंचायतों …
अयोध्या। जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण पहले से ही मनरेगा कछुआ गति से चल रही थी। अब बारिश ने मनरेगा की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है। इससे चार हजार से ज्यादा काम करने वाले मजदूरों की संख्या घट गई है। जिले के 11 ब्लाकों में 835 ग्राम पंचायतों में से 424 ग्राम पंचायतों में शुक्रवार को एक भी काम नहीं हुआ। यह विभागीय आंकड़े ही मनरेगा योजना की बदहाली की कहानी बयां कर रहे हैं।
विकास विभाग की प्रगति रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को जिले भर में केवल 28258 मजदूरों को ही मनरेगा से काम मिला, जबकि बीते दिनों यह संख्या 32 हजार से कहीं अधिक थी। गांव में ही रोजगार मिलने का सपना तमाम मजदूरों के लिए साकार नहीं हो पा रहा है। हालांकि मूसलाधार बारिश के कारण कई जगह चल रहे काम भी बाधित हुए हैं। सबसे ज्यादा धीमी गति मिल्कीपुर, सोहावल और पूराबाजार विकास खंड में है।
यहां सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा ठप पड़ी है। अन्य आठ ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में भी बस कुछ में ही काम चल रहा है। मुख्य विकास अधिकारी अनीता यादव का कहना है कि बारिश के कारण ऐसा हुआ है। पहले ही मनरेगा की स्थिति को लेकर कठोर निर्देश जारी किए जा चुके हैं। इसके बावजूद जिले में मनरेगा की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
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