डेल्टा प्लस का पता लगाने के लिए इंदौर से भेजे गए 60 नमूने, होगी जीनोम सीक्वेंसिंग
इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट के कम से कम आठ मामले आने के बीच महामारी से सर्वाधिक प्रभावित इंदौर जिले से 60 संक्रमितों के नमूने दिल्ली के एक संस्थान को जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए भेजे गए हैं। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने …
इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट के कम से कम आठ मामले आने के बीच महामारी से सर्वाधिक प्रभावित इंदौर जिले से 60 संक्रमितों के नमूने दिल्ली के एक संस्थान को जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए भेजे गए हैं।
शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने रविवार को बताया, “हमने दो किश्तों में कुल 60 संक्रमितों के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) भेजे हैं।” उन्होंने बताया कि जिले में अब तक महामारी का एक भी मरीज डेल्टा प्लस स्वरूप से संक्रमित नहीं मिला है और जीनोम अनुक्रमण की वैज्ञानिक प्रक्रिया के जरिये पता चल सकेगा कि स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस का यह नया प्रकार तो सक्रिय नहीं है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 1.52 लाख मरीज मिले हैं। इनमें से 1,390 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि राज्य के अलग-अलग इलाकों में अब तक कम से कम आठ लोग कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप से संक्रमित मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन संक्रमितों में शामिल दो मरीजों की मौत हो चुकी है। वे उज्जैन और अशोक नगर के रहने वाले थे।