बरेली: लोको पायलट ने नहीं देखा सिगनल, पटरी से उतरा टावर वैगन
बरेली, अमृत विचार। रामगंगा केबिन के पास ओएचई टावर वैगन पटरी से उतर गया। कंट्रोल से सूचना मिलन के बाद रात को ही इलेक्ट्रिक,ऑपरेटिंग, इंजीनियरिंग आदि विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और आनन-फानन में काम शुरू किया। बताया जा रहा है कि शनिवार देर रात रेलवे इलेक्ट्रिक विभाग की टीम ओएचई लाइन की …
बरेली, अमृत विचार। रामगंगा केबिन के पास ओएचई टावर वैगन पटरी से उतर गया। कंट्रोल से सूचना मिलन के बाद रात को ही इलेक्ट्रिक,ऑपरेटिंग, इंजीनियरिंग आदि विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और आनन-फानन में काम शुरू किया। बताया जा रहा है कि शनिवार देर रात रेलवे इलेक्ट्रिक विभाग की टीम ओएचई लाइन की टेस्टिंग के लिए पहुंची थी।
कैंट स्टेशन से आंवला की ओर मालगाड़ी निकालने को सिग्नल हुआ। ओएचई टावर वैगन के लोको पायलट ने अपना सिग्नल नहीं देखा। बिना सिग्नल के वैगन की रफ्तार को बढ़ा दिया। जैसे ही केबिन के पास टॉवर वैगन पहुंचा। वहां रामगंगा की मेन लाइन वाला प्वाइंट ही नहीं बना था। जिसके चलते वैगन पटरी से उतर गया। बता दें कि बरेली जंक्शन से रामगंगा की ओर दो लाइन जाती हैं।
जिनमें एक लाइन पूर्वोत्तर रेलवे और दूसरी उत्तर रेलवे की है। जिसमें एक लाइन चनहेटी से आती है। यह लाइन रामगंगा केबिन के पास मिलती है। यहां तीनों लाइनों का जुड़ाव होता है। मामले की जांच को मुरादाबाद से भी जांच टीम बरेली आई। डीआरएम के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम बनाकर मामले की ज्वाइंट रिपोर्ट तैयार की गई। ज्वांइट रिपोर्ट में लोको पायलट को ही जिम्मेदार ठहराया गया है।
मामले की रिपोर्ट पर मंडल आफिस भेजी गई है। लोको पायलट और सहायक लोको पायलट पर कार्रवाई होगी। रविवार दोपहर तकरीबन एक बजे के आसपास टावर वैगन को रीरेल किया गया। हालांकि इस घटना से रेल संचालन बाधित नहीं हुआ।