अयोध्या: करोड़ों की ऑनलाइन जालसाजी करने वाले चार लोग गिरफ्तार

अयोध्या, अमृत विचार। साइबर क्राइम मामले में पुलिस को बडी कामयाबी मिली है। आनलाइन लाटरी, पेटीएम, बन्द खाता चालू करने, ओटीपी के बहाने करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले 4 शातिर अर्न्तराज्यीय गिरोह के सदस्य गिरफ्तार कर लिए गए हैं। पुलिस कार्यालय के मुताबिक अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम उप्र लखनऊ राम कुमार द्वारा साइबर अपराधियो …
अयोध्या, अमृत विचार। साइबर क्राइम मामले में पुलिस को बडी कामयाबी मिली है। आनलाइन लाटरी, पेटीएम, बन्द खाता चालू करने, ओटीपी के बहाने करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले 4 शातिर अर्न्तराज्यीय गिरोह के सदस्य गिरफ्तार कर लिए गए हैं। पुलिस कार्यालय के मुताबिक अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम उप्र लखनऊ राम कुमार द्वारा साइबर अपराधियो पर नकेल के लिए टीम बनाकर अभियान चलाकर कार्रवाई करने को निर्देशित किया गया था।
जिसके क्रम में पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या परिक्षेत्र संजीव गुप्ता, डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार तथा एसपी साइबर क्राइम त्रिवेणी सिंह लखनऊ के दिशा-निर्देशन में टीम का गठन किया गया। एएसपी अयोध्या पलाश बंसल के पर्यवेक्षण में टीमों द्वारा पटना, गोपालगंज, सिवान, गोरखपुर आदि स्थानों पर लगातार भ्रमणशील रहकर सूचना तथा साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की गयी। इस दौरान एक संगठित साइबर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह का सरगना सदस्यों के साथ रेलवे स्टेशन के नजदीक पोस्टमार्टम हाउस के पास एकत्रित होने की सूचना मिली। जिस पर पुलिस बल मौके पर पहुचां तो 04 संदिग्ध मिले।हिरासत में लेकर पूछताछ पर साइबर ठगी से सम्बन्धित जानकारी हुई। तलाशी बैक खाते, एटीएम, पासबुक तथा मोबाइल पर कई बैकों के खाते रजिस्टर मोबाइल नम्बर व इन्टरनेट बैकिंग के यूजर आई व पासवर्ड संरक्षित मिले।
गिरोह के सदस्यों से पूछताछ करने पर बताया कि ठगी करने के लिये सर्वप्रथम खाते की आवश्यकता होती है जिसके लिये प्रति व्यक्ति खाताधारक को 10 से 15 हजार रुपये तक दिया जाता है। जिसमें 5000 रुपये खाता धारक को व शेष रुपये बतौर कमीशन एजेन्ट को दिया जाता है। खाता धारक को यह बताते है कि सउदी का पैसा आयेगा जो टैक्स बचाने हेतु आपके खातें में भेजा जायेगा।
खाता खुलवाने के बाद एटीएम पासबुक, नेटबैकिगं का यूजरनेम व पासवर्ड आदि अपने पास रख लेते थे और आनलाइन लाटरी, पेटीएम केवाईसी आदि कई माध्यमों से ठगी का पैसा इन सभी खातों में भेजवाते थे। जिन व्यक्तियो से खाता बहकावे से खुलवाया जाता था उन्ही के आधार कार्ड तथा अन्य पहचान पत्र लेकर फर्जी सिम भी प्राप्त कर लेते थे, जिससे उक्त लोग हमेशा पुलिस आदि के नजरो से बचे रहे।
प्राप्त सभी खातों को बिहार के भिन्न-भिन्न जिलों में अपने अन्य साथियों जिसमें प्रमुख रुप से सलमान, जियाउल, जुनैल, शेख हसमुल्ला, जाफर उर्फ इमाम, सहादत हुसैन अंसारी, आजम, जुबैर रहमान आदि को दे दिया जाता था। यही लोग नार्मल काल व व्हाट्सऐप काल आदि माध्यम से काल करके आम जनता को केबीसी/लाटरी, एटीएम कार्ड ब्लाक होने की गलत सूचना आदि के नाम पर गुमराह कर ठगी करते है।
दिलीप महतो निवासी गोपालगंज बिहार में मोबाइल की दुकान संचालित करता है। दुकान में आने वाले ग्राहको का सिम कार्ड एक्टीवेशन के दौरान ही ग्राहको को बिना जानकारी के पेटीएक/गूगल/फोनपे एकाउन्ट बना कर साइबर ठगी के लिये बेच देता था, तथा उक्त ग्राहको की आईडी से कूटरचना कर प्रपत्र तैयार कर मोबाइल कनेक्सन निकलवाता था तथा फर्जी खातों में ओटीपी, पासवर्ड हेतु सिम उपलब्ध कराता है। उक्त लोग गिरोह बनाकर कार्य करते है सभी का कार्य बटा हुआ होता है।
गिरोह सरगना रहमान उर्फ सुल्तान उर्फ गामा द्वारा साइबर ठगी कर करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित की गयी है।, जिसका चिन्हीकरण किया जा रहा है जिसमें मुख्य रुप से लगभग चार करोड की लागत से फुलवारी सरीफ पटना में अलीशान मकान का निर्माण किया गया है। फरार अभियुक्त के बिरुद्ध अभियान चलाकर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जायेगी। सभी अभियुक्तों के बिरुद्ध आवश्यक कार्रवाई अयोध्या परिक्षेत्र अयोध्या पर की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में -रहमान उर्फ सुल्तान उर्फ अजीजुल रहमान उर्फ गामा निवासी- पथरा थाना व पोस्ट- माझांगढ़ जिला- गोपालगंज। हाल पता मकान मालिक- मुन्ना निवासी- नयाटोला, थाना- फुलवारी सरीफ जिला- पटना , अजय सिंह उर्फ गुड्डू सिंह निवासी- जगदीश बनकटा पोस्ट- बासोपट्टी थाना- बनकटा जनपद-देवरिया। दिलीप महतो उर्फ दीपू निवासी- रतन सराय, जाफर टोला थाना व पोस्ट- बरौली जिला गोपालगंज बिहार।, रामायन निवासी- वेलही गोईता टोला पोस्ट- कटेया व थाना-कटेया जिला- गोपालगंज बिहार है।
गिरफ्तार करने वाली टीम में आकाश सिंह प्रभारी निरीक्षक , उप निरीक्षक अनूप कुमार, उप निरीक्षक संजय यादव, आरक्षी नीरज सिंह, अमित कुमार, अंगद कुमार मौर्य, महेश कुमार पाण्डेय, दीपक यादव, आरक्षी अभिषेक यादव,आरक्षी सुजीत कुमार पटेल,सूर्यासं सिंह, मंजेश सिंह शामिल थे।