बार्सिलोना में शेरों को हुआ कोरोना, इटावा में लायन सफारी सतर्क

इटावा। स्पेन के बार्सिलोना की चिड़ियाघर के चार शेरों के कोरोना की चपेट में आने की सूचना से उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में स्थित लायन सफारी प्रशासन ने शेरों की सुरक्षा को लेकर विशेष ऐहतियात बरतना शुरू कर दिया है। सफारी के उपनिदेशक सुरेश चंद्र राजपूत ने रविवार को कहा कि भारत मे अभी …

इटावा। स्पेन के बार्सिलोना की चिड़ियाघर के चार शेरों के कोरोना की चपेट में आने की सूचना से उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में स्थित लायन सफारी प्रशासन ने शेरों की सुरक्षा को लेकर विशेष ऐहतियात बरतना शुरू कर दिया है। सफारी के उपनिदेशक सुरेश चंद्र राजपूत ने रविवार को कहा कि भारत मे अभी तक वन्य जीवों खासकर शेर शेरनियो और शावकों मे कोराना का कोई भी मामला सामने नही आया है फिर भी सीजेडए की ओर से मिले दिशा निर्देशो का पालन पूरी तरह किया रहा है। उन्होंने कहा कि स्पेन के बार्सिलोना मे शेरो में कैसे कोरोना के लक्षण पाये गये हैं इस पर कोई भी सवाल नही है लेकिन भारत मे अभी तक किसी भी वन्यजीव के इस संक्रमण से दूर रहना बेहद सुखद है।

केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की तरफ से जारी गाइड लाइन के अनुसार सफारी में शेर और अन्य वन्य जीवों की निगरानी के साथ-साथ उनके लिए क्वारंटीन सेंटर बना दिए गए हैं। स्पेन के बार्सिलोना चिड़ियाघर के चार शेरों की कोरोना जांच रिपोर्ट आठ दिसंबर को पाजिटिव आई थी। इसकी जानकारी होने के बाद 10 दिसंबर को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने सफारी समेत सभी चिड़ियाघर प्रशासन के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग की। इसके बाद जानवरों के बचाव और रखरखाव के लिए गाइड लाइन जारी की।

राजपूत ने बताया कि जानवरों की देखभाल करने वाली टीम को गाइड लाइन में बताए गए सभी मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। इस साल सफारी खुलने की योजना थी लेकिन कोरोना संकट खड़ा हो गया। नवंबर में सफारी खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई तो केंद्रीय प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग से अनुमति नहीं मिली। उप निदेशक ने बताया कि जानवरों खासकर शेरों की देखभाल करने वाले कर्मचारियों को पहनने के लिए डांगरी, ग्लब्स, गमबूट और मास्क मुहैया करवाए गए हैं। बाड़े में जाने से पहले और बाहर जाने के बाद इन कपड़ों को सैनिटाइज करवाया जा रहा है। देखरेख करने वाले कर्मचारियों को दूसरे लोगों के संपर्क में नहीं आने दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि जानवरों के शरीर का तापमान पता करने के लिए सुबह-शाम उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करवाई जा रही है। जुकाम, बुखार या खांसी के लक्षण वाले जानवरों के नमूने कोरोना जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। सभी जानवरों के लिए पर्याप्त आईसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। डाक्टरों की टीम लगातार इनकी निगरानी कर रही है। बीहड़ क्षेत्र से जुड़े इटावा सफारी का वातावरण शेरों के लिए काफी मुफीद साबित हो रहा है। अच्छी देखभाल और अनुकूल वातावरण की वजह से इनके कुनबे में लगातार वृद्धि हो रही है। तीन साल में दो शावक सिंबा और सुल्तान पैदा हुए थे।

सफारी में अब तक कुल 18 शेर थे जिसमे नौ नर और नौ मादा हैं। इसमें नौ शेर इटावा सफारी में ही जन्मे हैं। दो शावकों के पैदा होने के बाद कुल 20 शेर हो गए हैं। कोरोना से शावकों को बचाने के लिए खास चिकित्सा इंतजाम किए गए हैं। सफारी पार्क में औपचारिक तौर पर तो लायन सफारी का उद्घाटन नहीं हुआ है लेकिन शेरों को देखने के लिए वीआईपी आते हैं। सफारी प्रशासन उन्हें शेर दिखाता भी रहा है लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा। गाइडलाइन में साफ तौर पर कहा गया है कि कोई भी शेरो तक नहीं पहुंचे। शेरों की देखभाल करने वाले जू कीपर घर से पहन कर आने वाले कपड़े एनिमल हाउस में बदलेंगे।