IPL 2025 : 13वें ओवर के बाद गेंद बदलने का फायदा मिला, जीते के बाद बोले MI के गेंदबाज कर्ण शर्मा 

IPL 2025 : 13वें ओवर के बाद गेंद बदलने का फायदा मिला, जीते के बाद बोले MI के गेंदबाज कर्ण शर्मा 

नई दिल्ली।  दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ तीन अहम विकेट लेकर लगभग हारा हुआ मैच जिताने में सूत्रधार की भूमिका निभाने वाले मुंबई इंडियंस के लेग स्पिनर कर्ण शर्मा ने स्वीकार किया कि 13वें ओवर के बाद गेंद बदलने का टीम को फायदा मिला । एक समय 11वें ओवर में एक विकेट पर 119 रन बना चुकी दिल्ली की टीम ने आखिरी नौ विकेट 74 रन के भीतर गंवा दिये। कर्ण ने अभिषेक पोरेल, केएल राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स के विकेट लिये। 

उन्होंने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मैंने सोचा नहीं था कि ओस होगी । पहली पारी में ओस नहीं थी । इसलिये जब गेंद बदली तो सीम नहीं थी । इससे मुझे फायदा मिला। मुंबई इंडियंस के साथ 2017 में खिताब जीत चुके कर्ण को आईपीएल में टीम के लिये ‘लकी’ माना जाता है । वह 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ, 2017 में मुंबई इंडियंस और 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खिताब जीत चुके हैं। उन्होंने कहा,‘‘यह अच्छी बात है कि छह सात साल बाद मुंबई टीम में लौटा और वहीं से शुरू किया जहां 2017 में छोड़ा था। उन्होंने कहा, मैच में उस समय दिल्ली की टीम 10 . 11 रन प्रति ओवर बना रही थी और मेरा काम बीच के ओवरों में विकेट लेना था। मिचेल सेंटनेर और मैंने वही किया। 

उन्होंने कहा, ऐसे मैचों में हर विकेट महत्वपूर्ण है । जिस तरह से वे खेल रहे थे । निश्चित तौर पर केएल राहुल उनके लिये बड़ा नाम है जिसने पिछले मैच में जीत दिलाई थी। हमारे लिये हर विकेट महत्वपूर्ण था। उन्होंने स्वीकार किया कि करूण नायर के विकेट ने मुंबई को मैच में लौटाया। उन्होंने कहा, करूण के आउट होने के बाद उनकी लय टूटी । उसके बाद लगातार दो तीन विकेट गिर गए और मैच पलट गया। दिल्ली में काफी क्लब क्रिकेट खेल चुके कर्ण को पता था कि कोटला की पिच की जानकारी से उन्हें फायदा होगा। उन्होंने कहा, मैं मेरठ से हूं और मैने दिल्ली में काफी क्रिकेट खेली है। मुझे पता है कि यहां कैसे गेंदबाजी करनी है और पिच कैसी होगी।

मानसिक रूप से मैं तैयार था, बस मौके का इंतजार था : करुण नायर 
नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स के लिए आक्रामक अर्धशतक लगाकर दो सत्र बाद आईपीएल में वापसी करने वाले करुण नायर मानसिक रूप से अपना पहला मैच खेलने के लिये पूरी तरह से तैयार थे और उन्हें पता था कि कैसे खेलना है। जीत के लिये 206 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए करुण नायर के 40 गेंद में 89 रन की मदद से दिल्ली ने शानदार शुरूआत की लेकिन बीच के ओवरों में लगातार विकेट गंवाकर 12 रन से मैच गंवा दिया। एक ओवर में जसप्रीत बुमराह को दो छक्के लगाने का माद्दा बहुत बल्लेबाजों ने नहीं होता लेकिन करूण ने यह कर दिखाया। उनके इस प्रदर्शन का कारण घरेलू क्रिकेट का शानदार प्रदर्शन भी है जिसमें उन्होंने विदर्भ के लिये विभिन्न प्रारूपों में पिछले सत्र में 1870 रन बनाये।  

अगर टीम जीत जाती तो अधिक खुशी होती-करुण नायर 
टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ चुके करूण ने मैच के बाद मीडिया से कहा, ईमानदारी से कहूं तो मुझे आईपीएल पहले खेल चुका होने के कारण आत्मविश्वास था । मुझे पता था कि कैसे खेलना है। मेरे लिये कुछ नया नहीं था। उन्होंने कहा,मेरे दिमाग में तैयारी पूरी । बस मौके का इंतजार था। कुछ गेंद खेलकर फिर लय में आने की बात थी।  वर्ष 2022 में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा रहे करुण नायर ने पावरप्ले के दौरान पारंपरिक शॉट्स खेलने के बारे में कहा, मैं खुद से यही कह रहा था कि खुद को समय दो, आम शॉट खेलो और उसके बाद तेजी से खेल सकते हो। सब कुछ वैसे ही हुआ लेकिन अगर टीम जीत जाती तो अधिक खुशी होती। पिछले चार मैचों में मौका नहीं मिलने के बावजूद उन्हें यकीन था कि उन्हें मौका मिलेगा और इसके लिये वह मानसिक रूप से तैयार थे। उन्होंने कहा, फाफ (डु प्लेसी) नहीं खेल रहे थे । हमें पता था कि अगर कोई खिलाड़ी बाहर होता है तो उसकी जगह कौन खेलेगा । मानसिक तौर पर मैं तैयार था। मेरा आत्मविश्वास बढा है और मुझे पता है कि मैं खेलने के लिये पूरी तरह से तैयार हूं।

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