बरेली: 30 नवंबर को लगेगा साल का अंतिम चंद्रग्रहण
बरेली, अमृत विचार। 30 नवंबर को इस वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। कार्तिक मास की पूर्णिमा को पड़ने वाला यह ग्रहण रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि में लगने वाला है। चंद्रग्रहण का वैज्ञानिक के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है। जहां वैज्ञानिक इसे खगोलीय घटना बताते हैं, वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसका …
बरेली, अमृत विचार। 30 नवंबर को इस वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। कार्तिक मास की पूर्णिमा को पड़ने वाला यह ग्रहण रोहिणी नक्षत्र और वृषभ राशि में लगने वाला है। चंद्रग्रहण का वैज्ञानिक के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है। जहां वैज्ञानिक इसे खगोलीय घटना बताते हैं, वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसका असर सीधे तौर पर मनुष्यों के जीवन काल पर पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो ग्रह की दशा और दिशा ही हमारे रहन-सहन में सकारात्मक और नकारात्मक गतिविधियों का कारण बनती है।
ज्यादा प्रभावशाली नहीं है यह ग्रहण
महंत सुमित मिश्रा बताते हैं कि 30 नवंबर को पड़ने वाला ग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है। इसका मतलब कोई सूतक काल नहीं होगा। दरअसल, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिस ग्रहण का कोई सूतक काल नहीं होता वह ज्यादा प्रभावशाली नहीं होता है।
क्या है उपछाया चंद्र ग्रहण
चंद्रमा जब धरती की वास्तविक छाया पर न जाकर उसकी उपच्छाया से ही लौट जाती है तो इसे उपच्छाया चंद्रग्रहण कहा जाता है। इस स्थिति में चांद पर एक धुंधली परत बनी नजर आती है।
ग्रहण काल
दोपहर 01 बजकर 04 मिनट पर एक छाया से पहला स्पर्श
दोपहर 03 बजकर 13 मिनट पर परमग्रास चंद्रग्रहण
शाम 05 बजकर 22 मिनट पर उपच्छाया से अंतिम स्पर्श
चंद्रग्रहण में ये उपाय अपनाएं
- चंद्रग्रहण के समय सभी राशि वाले भगवानों का नाम जरूर जपें। इस दौरान मंत्र जाप से आप पर पड़ने वाले प्रभाव कम हो सकते हैं।
- इस दौरान बाहर न निकलें।
- गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को विशेष ख्याल रखना होगा।
- ग्रहण से पूर्व सभी भोजन में तुलसी पत्ता जरूर डाल दें या पहले ही भोजन समाप्त कर लें।
- ग्रहण के बाद स्नान करके ही कोई शुभ कार्य या भोजन करें।
- ग्रहण के बाद वृष राशि के जातक घर में अनुष्ठान या हवन आदि जरूर करवा लें।