Kanpur: अमेरिकन टैरिफ से शहर के 18 सौ करोड़ फंसे, रुके पड़े हैं दस फीसदी ऑर्डर, निर्यातक बदले टैरिफ का कर रहे आकलन
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कानपुर, अमृत विचार। अमेरिका की ओर से लगाए गए नए टैरिफ से शहर के निर्यातकों के लगभग 18 सौ करोड़ रुपये फंस गए हैं। अमेरिका की कंपनियों से व्यापार कर रहे यहां के कारोबारी मंथन में जुट गए हैं। इससे पहले टैरिफ लगाए जाने की घोषणा के बाद से ही शहर के निर्यातकों के लगभग दो सौ करोड़ के ऑर्डर रुक चुके हैं।
अमेरिका की ओर से नए टैरिफ रेट की घोषणा के बाद शहर के इस्पात, इंजीनियरिंग गुड्स, हैंडीक्रॉफ्ट, वस्त्र और होजरी समेत अन्य क्षेत्रों का निर्यात कारोबार प्रभावित हुआ है। दोनों देशों के कारोबारी नए रेट के बाद मुनाफा और नुकसान का आकलन कर रहे हैं। इस वजह से लगभग दो सौ करोड़ रुपये के निर्यात ऑर्डर को रोक दिया गया है। शहर से अमेरिका की कंपनियों से लगभग 18 सौ करोड़ रुपये का निर्यात सालाना होता है। ऐसी स्थिति में पूरे कारोबार पर असमंजस की स्थिति बन गई है।
फियो के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि हमें प्रभाव का आकलन करना होगा लेकिन अन्य देशों पर लगाए गए पारस्परिक शुल्कों को देखते हुए, हम निचले दायरे में हैं। हम वियतनाम, चीन, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार आदि जैसे अपने प्रमुख प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बहुत बेहतर स्थिति में हैं। हम टैरिफ से प्रभावित हैं, लेकिन कई अन्य की तुलना में बहुत बेहतर स्थिति में हैं। परिधान, रत्न एवं आभूषण, चमड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, रसायन, प्लास्टिक, फर्नीचर आदि जैसे कई क्षेत्रों में निर्यात का भारत में स्थानांतरण होगा। आशा है कि भारत को पारस्परिक शुल्कों से राहत प्रदान करने के लिए बीटीए (द्विपक्षीय व्यापार समझौता) जल्दी संपन्न हो जाएगा। इसका सीधा असर शहर के निर्यात कारोबार पर पड़ेगा।