कानपुर में DM ने सैमसी झील व गोवंश आश्रय स्थल का किया निरीक्षण: इसको देखकर नाराजगी जाहिर की...

कानपुर, अमृत विचार। कानपुर में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को सैमसी झील का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित झील का 2023 में जीर्णोद्धार कराया गया था, लेकिन आज पूरी झील जलकुंभी से ढकी हुई है, पानी का स्तर बहुत कम है, झील की बाउंड्री क्षतिग्रस्त हो गई है। इतना ही नहीं, बैठने के पत्थर भी टूट गए हैं। उन्होंने देखा कि झील के जीर्णोद्धार के बाद किसकी नियमित सुरक्षा नहीं की गई है, गांव का गंदा पानी झील में जाता हुआ पाया गया और बिजली के खंभे गिर गये।
इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी पर नाराजगी जाहिर की। एएमए पर नाराजगी जताते हुये कहा कि झील की दुर्गति के जिम्मेदार लोगों पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने कार्य में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि अगले 20 दिनों में मेरे द्वारा पुनः इस झील का निरीक्षण किया जाएगा, तब सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिले।
जिलाधिकारी ने गोवंश आश्रय स्थल का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को सरसौल के वृहद गोवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हाेंने संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि गायों को दिए जाने वाली चारा, उनके रहने की व्यवस्था व इलाज इत्यादि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार गो संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रही है, कोई भी गोवंश सड़क पर ना घूमें, उन्हें गोआश्रय स्थलों में लाकर उन्हें नियमित तौर पर बेहतर सुविधाएं मुहैया कराया जाए।
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