रामपुर: दो साल की मासूम का सैंजनी नदी की ढांग में शव मिलने से हड़कंप

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जिला अस्पताल

रामपुर: दो साल की मासूम का सैंजनी नदी की ढांग में शव मिलने से हड़कंप

बिलासपुर, अमृत विचार। केमरी थाना क्षेत्र में जंगल स्थित सैंजनी नदी की ढांग में एक दो वर्षीय बच्ची का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। उधर, बच्ची के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है।

केमरी थाना क्षेत्र के गांव धावनी हसनपुर गांव निवासी नाजिम अली मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का जीवन यापन करता है। बुधवार सुबह उसकी दो वर्षीय पुत्री अलीका घर के बाहर खेल रही थी। परिजनों का आरोप है कि घर के सामने से उसकी पुत्री लापता हो गई। काफी देर तक जब लापता रही,तो परिजन उसको इधर-उधर तलाशने लगे। उन्होंने गांव सहित आसपास के इलाकों में भी तलाश किया। परन्तु उसका कहीं कुछ पता नहीं चल पाया। इसी बीच अपराह्न 2 बजे अपने खेत पर चारा लेने गए गांव के एक व्यक्ति ने जब मासूम का शव सैंजनी नदी की ढांग में देखा तो उसके होश उड़ गए। मासूम का शव गांव से सटे केमरी थाना क्षेत्र के गांव कुईया ताल महावर में बहने वाली सैंजनी नदी के ढांग में पड़ा हुआ था। लापता मासूम का शव मिलने पर ग्रामीणों में सनसनी फैल गई। देखते ही देखते घटना स्थल पर भारी भीड़ लग गई। सूचना पाकर मासूम के परिजन भी घटना स्थल पर पहुंच गए। किसी ने पुलिस को सूचना दे दी जिसके बाद कोतवाली पुलिस और केमरी थाना पुलिस भी पहुंच गई। घटना क्षेत्र केमरी थाना की होने के कारण केमरी पुलिस ने बच्ची के शव का पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया और मौजूद लोगों से पूछताछ की। साथ ही परिजनों से वार्ता कर मौत का कारण जानने का प्रयास किया। केमरी थाना प्रभारी हिमांशु चौहान का कहना है कि बच्च्ची की मौत नदी में डूबने से हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

अपहरण के बाद की हत्या
रोते बिलखते परिजनों ने आरोप लगाया कि मासूम को किसी व्यक्ति द्वारा पहले अगवा किया गया। इसके बाद उसकी हत्या करके शव को नदी के ढांग में फेंक दिया। कहा कि वह पूर्वाह्न 11 बजे से तलाश रहे थे। लेकिन अपराह्न दो बजे उसका शव मिलने की सूचना मिली। फिलहाल मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। परिजनों में कोहराम मचा हुआ। 

सीमा विवाद में उलझी पुलिस
केमरी थाना पुलिस और बिलासपुर कोतवाली पुलिस काफी देर तक तो सीमा विवाद में उलझी रही। सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंची बिलासपुर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो मामला केमरी थाना क्षेत्र का निकला। जिस पर बिलासपुर पुलिस ने केमरी पुलिस को घटना के बारे में बताया। लेकिन सूचना देने के काफी देर बाद केमरी पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही टालमटोल कर बिलासपुर पुलिस से कार्रवाई किए जाने को कहने लगी। केमरी पुलिस बिलासपुर पुलिस पर अपनी जिम्मेदारी का बोझ डालती नजर आई। लेकिन बिलासपुर पुलिस ने घटना क्षेत्र न होने की वजह से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद ही केमरी पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई। 

पुलिस बताती रही डूबने की बात
पुलिस बच्ची के नदी में डूबने की बात बताती रही लेकिन, परिजन उसकी हत्या किए जाने की बात पर अड़े रहे। परिजनों का कहना था कि दो वर्ष की बच्ची जिससे अभी सही ढंग से पैर भी चलना नहीं आता था, वह एक किलोमीटर दूर जंगल में नदी तक कैसे पहुंच गई। जबकि नदी को जाने वाला रास्ता ऊबड़-खाबड़ होने के साथ मिट्टी के ढेरों से भरा पड़ा है। ऐसे में मिट्टी ढेरों को पार करके कैसे इतनी दूर नदी तक पहुंची। घटना स्थल पर मौजूद लोग केमरी पुलिस की इस बात पर नाराजगी जाहिर करते दिखाई दिए।

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