बाराबंकी: तीन तस्करों को 10-10 वर्ष का कठोर कारावास, लगा इतने का जुर्माना
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बाराबंकी, अमृत विचार: स्मैक तस्करी के मामले में अपर जिला सत्र न्यायाधीश की कोर्ट नंबर 10 ने तीन आरोपियों को दोषी करार देते हुए कड़ी सजा सुनाई। दोषी अनिल सिंह उर्फ पोलार्ड, आरिफ और संजय पाल उर्फ मोनू पाल को 10-10 साल का कठोर कारावास और एक-एक लाख रुपये के अर्थदंड से दंडित किया गया है।
मामला 16 जुलाई 2022 का है, जब कोतवाली नगर के निरीक्षक अभिमन्यु मल्ल की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। आरोपियों के पास से 960 ग्राम अवैध स्मैक बरामद हुई थी। इस मामले में कुल पांच लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, जिनमें से दो आरोपियों नजमुद्दीन और आकाश उपाध्याय को कोर्ट ने बरी कर दिया। मामले की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि आरोपियों ने मेयो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, सफेदाबाद के छात्रों को स्मैक बेची थी, जिसके सेवन से एक छात्र की मृत्यु हो गई थी।
इस संबंध में अलग से हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया था। तत्कालीन विवेचक निरीक्षक धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने वैज्ञानिक विधि से जांच कर साक्ष्य एकत्र किए और न्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुत किया, जिसके आधार पर कोर्ट ने यह फैसला सुनाया।
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