प्रयागराज: एचआईवी मरीजों के लिए नई उम्मीद, COBAS 6800 मशीन का शुभारंभ
मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या ने कहा-आसपास के जिले के लोगों को मिलेगी सुविधाएं
प्रयागराज, अमृत विचार। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कोबास 6800 मशीन पर एचआईवी वायरल लोड जांच सुविधा का शुभारंभ प्रधानाचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने आज किया। यह सुविधा न केवल तकनीकी दृष्टि से अत्याधुनिक है बल्कि एचआईवी से जूझ रहे रोगियों के लिए नई आशा की किरण भी है। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट (डॉ.) रीना सचान (अध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी विभाग), डॉ. गरिमा गौड़ (सहायक आचार्य), डॉ. संजय कुमार (तकनीकी अधिकारी, एचआईवी राज्य संदर्भ प्रयोगशाला) और तकनीकी कर्मचारी श्रीमती ममता त्रिपाठी, आशीष कुमार सिंह एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
प्रधानाचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने कहा कि "एचआईवी रोगी अक्सर समाज की नजरों में छिपे रहते हैं लेकिन उनके लिए समय पर और सटीक इलाज जीवन को फिर से संजीवनी देने जैसा है। यह मशीन हमें न केवल तकनीकी रूप से सक्षम बनाती है, बल्कि हमें इन रोगियों के करीब लाकर उनकी जिंदगी को बेहतर बनाने में मदद करती है।"
प्रधानाचार्या डा वत्सला मिश्रा ने बताया कि कोबास मशीन, जो अपनी सटीकता और तीव्र परिणामों के लिए जानी जाती है, अब एचआईवी संक्रमित मरीजों को समय पर ट्रीटमेंट में बदलाव और प्रभावी मॉनिटरिंग का अवसर देगी। पहले जहां मरीजों को अपने सैंपल लखनऊ या वाराणसी भेजने पड़ते थे, वहीं अब यह सुविधा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होगी, जिससे समय और संसाधनों की बचत होगी।
इस पहल के तहत 10 से 12 दिसंबर 2024 तक एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें इंडिया और रोश पर्सनल के सहयोग से संकाय, निवासियों, और तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान मशीन के संचालन, समस्या समाधान, और रिपोर्ट निर्माण के तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया। प्रधानाचार्या डा वत्सला मिश्रा ने बताया कि यह सिर्फ एक मशीन नहीं है, यह एक संदेश है कि सरकार हर रोगी की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में प्रयागराज के आसपास के अन्य जिलों को भी इस लैब से जोड़ा जाएगा, जिससे प्रदेश में एचआईवी मरीजों की देखभाल के मानकों को ऊंचा उठाया जा सके।
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