Bareilly: दो चिकित्सा अधिकारियों को हटाने का निर्देश, जानें डीएम को क्यों करनी पड़ी कार्रवाई?
बरेली, अमृत विचार: जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने दमखोदा स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात दोनों चिकित्सा अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए। दोनों के खिलाफ विभागीय कार्यक्रमों में लापरवाही की शिकायतें थी। बानखाना स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एमओआईसी का वेतन रोकने का भी आदेश सीएमओ को दिया।
विकास भवन सभागार में हुई बैठक में डीएम ने एमओआईसी से जननी सुरक्षा योजना के भुगतानों के लंबे समय से लंबित होने के कारणों के बारे में पूछा। उन्होंने आधार और खातों का लिंक न होना कारण बताया। इस पर डीएम ने प्रभारी डीपीओ को सभी सीडीपीओ को निर्देश जारी करने को कहा कि वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से केंद्र पर गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण के दौरान ही उनसे आधार कार्ड के बारे में जानकारी लें। अगर उनका आधार कार्ड नहीं है तो बनवाया जाए। अगले माह तक सभी लंबित भुगतान करने को भी कहा है। डीएम ने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में डिप्थीरिया के केस सामने आते हैं, डीआईओएस और बीएसए से समन्वय करते हुए वहां के स्कूलों में वैक्सीनेशन कराया जाए।
पड़ोसी देशों में पोलियाे हावी, निगरानी रखें
डीएम ने बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो के लगभग 83 केस मिले हैं। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष निगरानी रखी जाए कि यहां तो इसका वायरस तो नहीं है। संदिग्ध केसों में जांच भी कराई जाए।
कुपोषित बच्चों को एनआरसी भेजा जाए
डीएम ने पोषण समिति की बैठक भी ली। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि 16 निष्क्रिय आंगनबाड़ी कार्यकत्री चिह्नित की गई थीं जिनमें से पांच ने त्यागपत्र दे दिया है। शेष पर भी कार्रवाई की जा रही है। डीएम ने रिक्त हुए पदों पर भर्ती के लिए शासन को लिखने को कहा। निर्देश दिया कि कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भेजा जाए, खराब वजन मशीनों को ठीक कराया जाए या नई खरीदने के लिए विभाग को लिखा जाए। बिथरीचैनपुर, शेरगढ़, क्यारा और मुडिया नवी बख्श (दमखोदा) में प्रधानों से बात कर वेइंग मशीन खरीदने को कहा। बैठक में सीडीओ जगप्रवेश भी मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें- Bareilly: टेंडर लेकर काम न करने वाली फर्मों पर होगी कार्रवाई, BDA और नगर निगम ने बनानी शुरू की सूची