उन्नाव में सहालगों में जमकर खपाया जा रहा मिलावटी पनीर: विभागीय अफसर दफ्तरों में बैठ कर रहे कागजी कार्रवाई

उन्नाव में सहालगों में जमकर खपाया जा रहा मिलावटी पनीर: विभागीय अफसर दफ्तरों में बैठ कर रहे कागजी कार्रवाई

उन्नाव, अमृत विचार। सहालग के सीजन में पनीर की खपत तीन गुना बढ़ गई है। वहीं उत्पादन में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। ऐसे में डिमांड के आधार पर आपूर्ति करने और कई गुना मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावट का कारोबार जिले में चरम पर है।

बता दें कि जहां सामान्य दिनों में शहर में 7 से 10 क्विंटल पनीर की खपत थी। वहीं अब यह खपत बढ़कर 16 से 18 क्विंटल पहुंच गई है। लोकल दुकानदार 280 रुपये किलो पनीर दे रहे हैं। जिसमें मिलावट की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में मिलावट खोर पनीर में मिलावट कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।

शुद्ध दूध महंगा है और उत्पादन कम है। फिर भी बाजार में दूध के साथ इससे निर्मित उत्पादों की भरमार हैं। शिक्षक कुलदीप त्रिवेदी कहते हैं कि मिलावटी खाद्य पदार्थों पर नियंत्रण रखने के लिए खाद्य सुरक्षा की टीम शहर से लेकर कस्बों तक छापेमारी सिर्फ कागजों पर कर रही है। जबकि धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

जिससे साफ है कि जिले में बिक रही इन सामग्रियों की शुद्धता पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं किया जा सकता है। शहर के हिमांशु कुमार ने कहा कि कारोबारियों के इस खेल में जिम्मेदारों की भी मिली भगत है।

इसी वजह से छापे के दौरान कहीं रहम तो कहीं सितम का खेल चल रहा है। फिलहाल सिंथेटिक पनीर व मिलावटी मिठाई की बिक्री जोर पर है और शादी-विवाह में इसे आसानी से खपया जा रहा है।

चार लीटर शुद्ध दूध में बनता है 800 ग्राम पनीर

पनीर विक्रेता मनीष कुमार ने कहा कि पशुपालक के यहां इस समय शुद्ध दूध 60 रुपये लीटर है और बाजार में खोवा 260 रुपये किलो बिक रहा है। जबकि एक लीटर शुद्ध दूध से महज 200 से 250 ग्राम ही खोवा बनता है। शादी- ब्याह में इन सामग्रियों से व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं।

बिछिया के पशुपालक सुनील कुमार बताते हैं कि जितनी मात्रा में पनीर बिक रही है दूध का उत्पादन उतना नहीं है। चार लीटर दूध फाड़ने पर 800 ग्राम पनीर तैयार होता है। जिले में बड़ा डेयरी उद्योग अभी नहीं है। फिर भी 16 से 18 क्विंटल पनीर की खपत रोज हो रही है। इससे साफ है कि बिना मिलावट के इन उत्पादों की मांग पूरी नहीं हो सकती है।

बोले जिम्मेदार…

अभिहीत अधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन शैलेश दीक्षित ने कहा कि जिले में खाद्य पदार्थों की लगातार अभियान चलाकर जांच की जा रही है। अगर कहीं से ऐसे खाद्य पदार्थ बेचने की शिकायत आती है तो इसकी जांच करवाकर कार्रवाई होगी।

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