बाराबंकी: लाखों की कीमत से लगीं स्ट्रीट लाइटें हुईं कबाड़

बाराबंकी: लाखों की कीमत से लगीं स्ट्रीट लाइटें हुईं कबाड़
अजपुरा ग्राम पंचायत में विधुत पोल से गयाब स्ट्रीट लाइट

सतरिख/बाराबंकी, अमृत विचार। विकासखंड की ग्राम पंचायत अजपुरा में लाखों रुपए कीमत से 15वें वित्त आयोग मद से खरीदी गई स्ट्रीट लाइटें खराब होकर कबाड़ बन गईं। अधिकांश लाइटें जल भी नहीं रही हैं। इससे गांव में अंधेरा छाया रहता है। डीपीआरओ ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है।

विकासखंड हरख की अजपुरा ग्राम पंचायत में लगभग दो वर्ष पहले लाखों रुपए कीमत से करीब 60 स्ट्रीट लाइटे लगवाई गई थीं। लगवाने के कुछ दिन बाद ही लाइटें खराब होनी शुरू हो गईं। धीरे-धीरे करके अधिकांश लाइटें खराब होकर कबाड़ बन गईं। इससे गांव में प्रकाश के लिए 15वें वित्त आयोग मद से खर्च की गई लाखों की धनराशि बेमतलब साबित हुई। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय का कायाकल्प, नाली और खड़ंजा सहित अन्य आवश्यक कार्य कराने के बजाय जिम्मेदारों ने स्ट्रीट लाइटें खरीद ली थीं। घटिया किस्म की लाइटें ठीक से एक वर्ष भी नहीं जलीं और खराब हो गईं। 

अजपुरा में रामदीन, बहादुरपुर में राम सिंह और पिपरहा में कैलाश चंद के घरों के पास लगी लाइटे खराब हैं। इसके अलावा निजामपुर गांव में एक होटल के पास लगी लाइट भी नहीं जल रही हैं। कुछ जानकार लोगों का कहना है कि कागजों पर 60 स्ट्रीट लाइटें खरीदी गई थीं, जबकि गावों में करीब 25 स्ट्रीट लाइट लगाई गई थीं। अमृत विचार की टीम की जांच पड़ताल में भी गावों में करीब 25 स्ट्रीट लाइटें विद्युत पोल में लगी हुई मिलीं। 

भारतीय किसान यूनियन के अयोध्या मंडल सचिव संगम लाल का आरोप है कि अजपुरा ग्राम पंचायत में स्ट्रीट लाइट खरीद में घोटाला किया गया है। पैसा 60 लाइटों की खरीद का निकाला गया, लेकिन लाइटें सिर्फ 25 स्थानों पर लगवाई गईं। जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए। डीपीआरओ नितेश भोंडले का कहना है कि अजपुरा ग्राम पंचायत का मामला गंभीर है। जांच के बाद दोषी लोगो पर कार्रवाई की जाएगी। किसी को बक्सा नहीं जाएगा।

ये भी पढ़ें- बाराबंकी: सड़क हादसों में वृद्ध समेत दो लोगों की मौत, एक गंभीर घायल