बाराबंकी: सदियों पुरानी व्यवस्था बदलना भी नुकसानदायक- प्रदीप कुमार
पांचवे दिन भी जारी रही अधिवक्ताओं की कलमबंद हड़ताल
फतेहपुर/बाराबंकी, अमृत विचार। अधिवक्ताओं की पांचवे दिन भी कलमबंद हड़ताल जारी रही। जिसके चलते सभी न्यायालयों व रजिस्ट्री दफ्तर का कार्य पूर्णतयः बाधित रहा। अधिवक्ताओं ने डाक द्वारा डीएम को ज्ञापन भेजकर उपबिन्धक कार्यालय पुरानी कचेहरी परिसर में बनाने की मांग की है। अधिवक्ताओं ने बताया कि जबतक कोई समुचित निर्णय नहीं होता, तब तक हडताल निरंतर जारी रहेगी।
बता दें कि अधिवक्ताओं की हड़ताल उपनिबन्धक कार्यालय को तहसील से अन्यत्र स्थान पर स्थानान्तरित न किये जाने की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से जारी है। अधिवक्ता अपने चैम्बर बंद करके पूर्णतयः कलमबन्द हड़ताल करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके क्रम में बार संघ अध्यक्ष प्रदीप कुमार निगम ने सोमवार को धरना बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि जिलाधिकारी को डाक से और उपनिबन्धक को सीधे एक मांगपत्र सौंपा गया है।
जिसमें कहा गया है कि पुरानी तहसील परिसर में बने तहसीलदार आवास के पीछे करीब 14 हजार वर्गफिट की सरकारी भूमि तहसील की खाली पड़ी है। जिस पर उपनिबन्धक कार्यालय का निर्माण करके समस्या का समाधान उच्चाधिकारियों द्वारा किया जा सकता है। करोड़ों रूपये का लेनदेन और ई-स्टाम्पिंग व अन्य छोटे बड़े स्टाम्प की बिक्री तहसील परिसर में ही सदियों से होती चली आई है। इस व्यवस्था को यदि परिवर्तित किया जाता है तो जनहित को भी नुकसान पहुंचेगा।
इस दौरान अधिवक्ता तहसील परिसर व रजिस्ट्री ऑफिस में धरना प्रदर्शन करते रहे। इस मौके पर महामंत्री सजय सिंह नम्बरदार, वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव नयन तिवारी, इन्द्रेश शुक्ला, रमेशचन्द्र रावत, प्रेमचन्द्र पाल, अनीक अहमद सिद्दीकी, श्रवण कुमार वर्मा, सतीश वर्मा, अलीउद्दीन शेख, संजय सिंह, अनीत रावत, अवधेश श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, सर्वेश श्रीवास्तव, मो. राहिल, प्रवीण पटेल सहित काफी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।
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