कानपुर में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर बोले- कसाब जैसे आतंकवादियाें के लिए कोर्ट रात में खुलती, कृष्ण जन्मभूमि के लिए सुनवाई महीनों सालों बाद होती...
कानपुर, अमृत विचार। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर की मोतीझाल प्रांगण में श्रीमद्भागवत कथा का आज दूसरा दिन है। कथा के दूसरे दिन उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति के पापों का नाश होता है तो उसका मन निर्मल होता है और जब व्यक्ति का मन निर्मल होता है तो भगवान भी उसे स्वीकार कर लेते हैं।
हमारे सनातन धर्म में अवहेलना किसी की नही है, बल्कि कलयान के लिए पर्याप्त अवसर है। वो लोग भाग्यवान हैं जिनका जन्म सनातन में हुआ है। यह दुर्भाग्य है हमारा कि यहां कसाब जैसे आतंकवादियों के लिए रात में कोर्ट खुलती है लेकिन कृष्ण जन्मभूमि के लिए सुनवाई महीनों सालों बाद होती है।गर्भ में शिशु के आने के बाद में माताओं को बहुत संयम में रहना चाहिए। घर में शांति का वातावरण होना चाहिए, घर में भक्तिमय माहौल होना चाहिए।
सनातन बोर्ड जरूरी है। तमाम कथाकार, धर्म प्रचारक सनातन बोर्ड चाहते हैं। सनातन बोर्ड बनाने के सनातन बोर्ड के गठन का उद्देश्य सनातन धर्म से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना है। जो लोग अधर्म का साथ देंगे सनातनी को मिटाने में साथ देंगे, उनका पतन होने से कोई नहीं रोक सकता।
कथा में मुख्य रूप से सर्वश्री राजू पांडे, रेनू सिंह, नीरज वर्मा, मनोज गुप्ता, प्रभा शंकर वर्मा, राम विनय यादव, विपिन बाजपेई, सतीश गुप्ता, शिव प्रकाश गुप्ता, अजय मिश्रा, अनिल श्रीवास्तव, दिनेश त्रिपाठी, नीलम सेंगर, रानी अवस्थी, माया सिंह, जयमाला सिंह, किरण तिवारी, आभा गुप्ता, प्रीति मिश्रा, मीरा शुक्ला, चंद्र प्रभा व अनु सेंगर आदि लोग मौजूद रहे।