भ्रष्टाचार का मामला: अयोध्या मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश, FIR भी हो चुकी है दर्ज
लखनऊ, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की थी। जिसके बाद अयोध्या स्थित राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार के खिलाफ सतर्कता जाँच के आदेश दिए गए हैं। शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए पत्र और साक्ष्यों की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह विभाग ने अयोध्या मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. ज्ञानेद्र कुमार के खिलाफ विजिलेंस जाँच कराने का निर्णय लिया है। शिकायती पत्र में डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार पर आरोपों की एक लंबी शृंखला है जो काफी गंभीर प्रकृति की बताई जा रही है।
इससे पहले कोर्ट के आदेश पर डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। वहीं डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार के खिलाफ लोकायुक्त से भी शिकायत हुई थी,जिसकी जांच अभी भी जारी है। राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य पर आरोप है कि विभिन्न प्रकार की बीमारियों की जांच के लिए मशीनें खरीद ली गई, जिसमें नियमों का पालन नहीं किया गया। इतना ही नहीं निजी अस्पतालों के साथ मिली भगत कर आईसीयू बंद करा दिया। इसके अलावा वार्ड ब्वॉय की भर्ती में भी एक-एक लाख रुपये लेने का आरोप लगा है।
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