प्रथम विश्वयुद्ध में भारतीय सैनिकों के साहस की गाथा देखेगी पूरी दुनिया, जानिए कैसे

मुंबई। प्रथम विश्वयुद्ध में भारतीय सैनिकों की भूमिका को प्रदर्शित करने वाले एक वृत्तचित्र इंडिया: द फॉरगॉटेन आर्मी का प्रसारण डिस्कवरी प्लस पर शुरू हो गया है। डिस्कवरी ने बुधवार को इसकी घोषणा की। राणा टी एस छिना की पुस्तक वर्ल्ड वार सिख: मेमोयर्स ऑफ एन इंडियन कैवेलरीमैन 1913-45 पर आधारित फिल्म में उन भारतीय …


मुंबई। प्रथम विश्वयुद्ध में भारतीय सैनिकों की भूमिका को प्रदर्शित करने वाले एक वृत्तचित्र इंडिया: द फॉरगॉटेन आर्मी का प्रसारण डिस्कवरी प्लस पर शुरू हो गया है। डिस्कवरी ने बुधवार को इसकी घोषणा की। राणा टी एस छिना की पुस्तक वर्ल्ड वार सिख: मेमोयर्स ऑफ एन इंडियन कैवेलरीमैन 1913-45 पर आधारित फिल्म में उन भारतीय सैनिकों के साहस का चित्रण है जिन्हें प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान सुदूर क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों में रहने और लड़ने के लिए भेजा जाता था।

डिस्कवरी की ओर से जारी किये गए एक वक्तव्य के अनुसार इस वृत्तचित्र में नेता और लेखक शशि थरूर, इंग्लैंड के सैन्य इतिहासकार टोनी मकक्लेनघन और कग्सिं कालेज लंदन में अंग्रेजी साहित्य के प्रोफेसर डॉ. शांतनु दास जैसे विशेषज्ञ अपनी राय से दर्शकों को अवगत कराएंगे।

वृत्तचित्र में उन भारतीय सैनिकों के पत्रों का भी उल्लेख किया जाएगा जो उन्होंने सौ वर्ष से भी पहले अपने परिजनों को लिखे थे। इन पत्रों में उन परिस्थितियों का विवरण है जिनसे गुजर कर भारतीय सैनिकों ने दुश्मन से लोहा लिया था।

थरूर ने कहा कि प्रथम विश्वयुद्ध की कहानियों में भारतीय सैनिकों की भूमिका को कम कर के दिखाया जाता है या उनका कोई उल्लेख ही नहीं किया जाता। थरूर ने कहा कि वह सैनिक हीरो थे। अज्ञात स्थानों पर रणभूमि में भेजे गए थे और वहां का मौसम ऐसा होता था जो उन्होंने कभी नहीं देखा था और न ही वह उसके लिए तैयार थे। वह उन दुश्मनों से लड़ते थे जिनके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं होता था। वह प्रतिदिन अपने जीवन को दांव पर लगाते थे।

उन्होंने कहा कि युद्ध समाप्त होने के बाद उन्हें भुला दिया जाना ही उनकी नियति थी। जिन ब्रिटिश लोगों के लिए वह लड़े उन्होंने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। उन्हें अपने देश द्वारा ही भुला दिया गया क्योंकि वे एक औपनिवेशिक युद्ध लड़ रहे थे। इतिहास ने उन्हें अनाथ छोड़ दिया। यह फिल्म उनके सम्मान में एक मूल्यवान कृति है। डिस्कवरी में डिजिटल (दक्षिण एशिया) के बिजनेस प्रमुख आइजेक जॉन ने कहा कि इंडिया: द फॉरगॉटेन आर्मी साहस और भारतीय सैनिकों के बलिदान पर प्रकाश डालेगी।