UPPolice: सीओ और थाना प्रभारी का आनोखा कारनामा, 12 नवंबर को दरोगा की सगाई, 15 नवंबर को शादी... छुट्टी मिली 17 नवंबर को..
लखनऊ/ बुलन्दशहर। उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर जिले के थाना अरनिया की एक अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, जहां एक दारोगा की छुट्टी को स्वीकृत करने में थाना प्रभारी और सीओ (सर्कल ऑफिसर) के बीच चार दिन का वक्त लग गया। छुट्टी की पत्र सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। हालांकि इस वायरल पत्र की पुष्टि अमृत विचार नहीं करता हैं। दरसअल दारोगा की छुट्टी और उसके वैवाहिक कार्यक्रम के तिथियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक थाना अरनिया में तैनात दारोगा की शादी है तो उसने अपनी वैवाहिक छुट्टी के लिए आवेदन किया था। दारोगा के घर पर 12 को सगाई और 15 नवंबर को शादी का कार्यक्रम आयोजित होने थे। हालांकि, दारोगा की छुट्टी को थाना प्रभारी द्वारा 11 तारीख को ही सबमिट कर दिया गया था, लेकिन छुट्टी का यह पत्र सीओ के पास 15 ताऱीख तक पहुंचा यानि सीओ तक पत्र पहुंचे में कुल 4 दिन का समय लग गया, उसके बाद ही 17 नवंबर को जाकर दारोगा की छुट्टी मंजूर की गई।
बुलन्दशहर:
— Amrit Vichar (@AmritVichar) November 18, 2024
सीओ और थाना प्रभारी का आनोखा कारनामा... 12 नवंबर को दरोगा की सगाई, 15 नवंबर को शादी... छुट्टी मिली 17 नवंबर को.. pic.twitter.com/AYxibGnj1Q
कार्यक्रम खत्म होने के बाद मिली छुट्टी
इस चार दिन की देरी के कारण दारोगा के घर पर आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम खत्म हो चुके थे, जबकि छुट्टी की मंजूरी से पहले ही वह कार्यक्रम हो चुके थे। इस पूरी प्रक्रिया में थाना प्रभारी और सीओ के बीच हुई देरी पर सवाल उठने लगे हैं। किसी भी सरकारी कार्य में इस तरह की देरी से अधिकारियों पर कई सवाल खड़े होते हैं, खासकर जब संबंधित व्यक्ति के व्यक्तिगत जीवन और कार्य में इसका असर हो।
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