बाराबंकी: नहीं हो सकी तालाब की सफाई, कैंप लगाकर 80 ग्रामीणों का हुआ इलाज, गांव में हहाकर
तालाब की सफाई के दौरान भिड़े ग्रामीण, वापस लौटी जेसीबी
रामनगर/बाराबंकी, अमृत विचार। विकासखंड के अछैछा गांव में भरे केमिकल युक्त पानी से फैल रही संक्रामक बीमारियों के चलते पूरे गांव मे हाहाकार मच गया और साफ सफाई कराने के लिए ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिसके चलते संबंधित विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
तत्काल गांव पहुंचकर रोगियों की जांच की और संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए गांव में दवाइयां छिड़काई गईं। खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार यादव सफाई कर्मियों के साथ पहुंचे और जेसीबी के द्वारा तालाब की सफाई करवाने लगे। तभी ग्रामीणों ने आपस मे विवाद शुरू कर दिया।
मामला बढ़ता देख ग्राम प्रधान ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझकर मामला शांत कराया। बवाल के चलते नाला व तालाब की सफाई भी नहीं हो पाई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सचिवालय में कैंप लगाकर बुखार व अन्य बीमारियों से पीड़ित करीब 80 लोगों का उपचार कर दवाइयां दी गयी हैं।
12 मरीजों की मलेरिया जांच की गई, जो निगेटिव आई हैं। वही डेंगू और टाइफाइड की जांच के लिए सैंपल भी लिए गए हैं। सीएमओ डा. अवधेश कुमार यादव ने बताया स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप लगाकर जांच कर रही है। अभी तक डेंगू व मलेरिया से पीड़ित कोई भी व्यक्ति नहीं मिला है।
तालाब में भरे केमिकल युक्त पानी की वजह से फोड़ा, फुंसी और लिवर डैमेज जैसी बीमारियां लोगों में बढ़ रही हैं। इस संबंध में बीडीओ जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि पूरे गांव में लगातार एंटी लारवा, ब्लीचिंग पाउडर आदि का छिड़काव करवाया जा रहा है। जेसीबी के द्वारा तालाब की सफाई करवाई जा रही थी। तभी ग्रामीणों ने विवाद करना शुरू कर दिया। जिससे सफाई नहीं हो पाई है। जल्द ही तालाब की सफाई करवाई जाएगी।
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