Unnao: चार माह बाद देवोत्थान एकादशी पर कल जागेंगे भगवान विष्णु...इस दिन से बजेगी शुभ विवाहों में शहनाई

Unnao: चार माह बाद देवोत्थान एकादशी पर कल जागेंगे भगवान विष्णु...इस दिन से बजेगी शुभ विवाहों में शहनाई

उन्नाव, अमृत विचार। देवोत्थान एकादशी कल 12 नवंबर को पड़ रही है। इस तिथि से लेकर पूर्णिमा तक पांच दिनों तक तुलसी विवाह पूजा महोत्सव मनाया जाता है। देवोत्थान एकादशी के बाद से ही विवाह, उपनयन, मुंडन आदि के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाते हैं। एकादशी से पूर्णिमा तक सिद्ध मुहूर्त रहता है। इसमें किसी प्रकार के मुहुर्त आदि देखने की आवश्यकता नहीं पढ़ती है। कल के बाद मुहर्त का शोधन किया जाता है। 

इस वर्ष 16 नवंबर से 13 मार्च तक शादी के लिए कुल 52 मुहूर्त हैं। ज्योतिषाचार्य अशोक कुमार मिश्र ने बताया कि इस वर्ष देवोत्थान एकादशी कल 12 नवंबर को पड़ रही है। पौराणिक कथाओं के आधार पर ज्योतिषार्य ने बताया कि भगवान श्री विष्णु आषाढ़ शुक्ल एकादशी को शयन करते हैं। उस दिन उनका शयनोत्सव मनाया जाता है। 

विवाह इत्यादि मांगलिक कार्य बंद कर दिए जाते हैं। चार माह शयन के बाद देवोत्थान एकादशी के दिन श्री हरि विष्णु जागते हैं। उन्होंने कहा कि देवोत्थान एकादशी पर व्रत और पूजा विधि विधान से करनी चाहिए। प्रबोधिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के पूजन के साथ ही उन्हें जगने के लिए आह्वान किया जाता है। 

इस दिन महिलाएं तुलसी और भगवान शालिग्राम की धूम-धाम से विवाह कराती हैं। उन्होंने कहा कि देवोत्थान एकादशी पर श्री विष्णु का ध्यान व पूजन करना चाहिए। घर की सफाई व स्नान आदि के बाद आंगन में भगवान विष्णु के चरणों की आकृति बनानी चाहिए। 

उसके बाद एक ओखली में गेरू से चित्र बनाकर फल, मिठाई, बेर, सिंहाड़ा, ऋतुफल और गन्ना रखकर पूजा स्थल पर दीपक जलाना चाहिए। उन्होंने बताया कि देवोत्थान एकादशी के दिन तुलसी के पौधे और भगवान शालिग्राम की शादी पूरे धूमधाम से की जाती है। मुहूर्त के बारे में ज्योतिषाचार्य ने बताया 12 नवंबर को दिन में 12 बजकर 26 मिनट के बाद देवोत्थान एकादशी का शुभ मुहूर्त शुरू हो रहा है।

यह हैं विवाह के लिये शुभ मुहूर्त 

नवंबर-24: 16, 17, 22, 23, 24, 25, 26, 28 व 29 
दिसंबर-24: 2, 3, 4, 9, 10, 11, 14 व 15
जनवरी-25: 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 26 व 27 
फरवरी-25: 1, 3, 6, 7, 8, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 24 व 25 
मार्च-25: 1, 2, 3, 6, 7, 11, 12 व 13

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