Kanpur: बड़ा हादसा टला: काकादेव कोचिंग सेंटर में भीषण आग, कई छात्र फंसे, कई फायर स्टेशन की गाड़ियां मौके पर पहुंची, बुझाई आग
कानपुर, अमृत विचार। काकादेव स्थित एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग लगने से अफरातफरी मच गई। इसी बिल्डिंग में हॉस्टल भी होने के कारण भगदड़ मची। इस दौरान काले धुएं के बीच कई छात्र फंस गए जिन्हें क्षेत्रीय लोगों की मदद से बाहर निकाल लिया गया। घटना की जानकारी होते ही कई फायर स्टेशन की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
गुरुवार को काकादेव में सरिता यादव की कई मंजिल की बिल्डिंग है, इसी बिल्डिंग में विद्यापीठ कोचिंग सेंटर है जबकि इसके ग्राउंड फ्लोर पर ऑन लाइन क्लासेज संचालित करने का सिस्टम बना रखा है, यहीं पर दोपहर करीब पौने दो बजे इस कोचिंग सेंटर में आग लगी। अनुमान है कि ये आग शार्ट सर्किट से लगी है।
घटना होते ही पूरे बिल्डिंग में काला धुआं भर गया जिससे वहां चीख पुकार मच गई। इसी बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर हॉस्टल भी था जिससे कुछ छात्रों के फंसे होने की सूचना मिली जिसपर मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपर्क शर्मा की अगुवाई में फजलगंज, कर्नलगंज, पनकी समेत कई फायर स्टेशन की गाड़ियां मौके पर पहुंची और चारों ओर से पानी की बौछार करके आग पर करीब एक घंटे में काबू पा लिया।
दिल्ली से भी नहीं लिया सबक
कुछ माह पूर्व दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में आग लगी थी जिसपर छात्रों को बिल्डिंग से रस्सी के सहारे किसी तरह नीचे उतारा गया था जबकि दिल्ली में ही इसी प्रकार की एक घटना और हुई थी जिसमें बारिश के बाद बेसमेंट की लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रही तीन छात्राओं की बेसममेंट में पानी भरने से मौत हो गई थी।
इसी प्रकार कानपुर के काकादेव को कोचिंग हब कहा जाता है, यहां हजारों छात्र हर समय कोई न कोई शिक्षा लेते रहते हैं। पूरे देश के छात्र यहां शिक्षा ग्रहण करने आते हैं लेकिन यहां इन छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नहीं हैं।
शायद ही कोई बिल्डिंग फायर मानक पूरा करती हो
काकादेव में दो सौ से अधिक ऐसी बिल्डिंगें हैं, जहां कोचिंग सेंटर चलते हैं। बेसमेंट से लेकर छह से सात मंजिल तक कोचिंग का पूरा संजाल बिछा है लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि इन बिल्डिंग में आग बुझाने को जो सिस्टम होने चाहिए, वह शायद ही किसी बिल्डिंग में है।
क्या बोले अधिकारी
काकादेव के ज्यादातर कोचिंग सेंटरों में आग बुझाने का संसाधन मौजूद हैं, फायर विभाग द्वारा अग्निशणन यंत्रों की समय समय पर मानीटरिंग भी होती है। - दीपक शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी कानपुर