इटावा में रील बनाते समय ट्रेन की चपेट में आने से दो दोस्तों की मौत...त्याेहार पर गांव में छाया मातम

इटावा में रील बनाते समय ट्रेन की चपेट में आने से दो दोस्तों की मौत...त्याेहार पर गांव में छाया मातम

इटावा, अमृत विचार। इकदिल थानाक्षेत्र के अंतर्गत  दिल्ली हावडा रेलमार्ग पर गांव कुरट के सामने शुक्रवार की सुबह रील बनाते समय ट्रेन की चपेट में आने से दो दोस्तों की मौत हो गई। उनके शव बुरी तरह से क्षति-विक्षत होकर कई टुकड़ों में बिखर गए। 

ट्रेन से कटने की ख़बर मिलते ही घरों मे कोहराम मच गया। घटना की जानकारी मिलने पर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे औ उन्होने चप्पलों के आधार पर शिनाख्त की। जानकारी मिलने पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवाें को कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। 

इकदिल क्षेत्र के गांव हिरनपुर के रहने वाले भूरे सिंह का 20 वर्षीय पुत्र अनुज कुमार और इसी गांव के रहने वाले दसरथ सिंह का 16 साल का बेटा रंजीत कुमार दोनों आपस में दोस्त थे। शुक्रवार की सुबह दोनों शौचक्रिया के लिए घर से खेतों पर गये थे। वहां शौचक्रिया करने के बाद दोनों ट्रेन के पटरी पर मोबाइल से रील बनाने लगे। 

तभी कानपुर से दिल्ली की ओर जाने वाली तेज रफ्तार चम्पारण हमसफर एक्सप्रेस के चपेट में आने से दोनों की कटकर मौत हो गई। राहगीरों की सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी भीमसेन पोनियां पुलिस फोर्स व फोरेंसिक टीम ने जाँच पड़ताल कर दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। 

मृतक अनुज के पिता भूरे ने बताया कि मृतक अहमदाबाद में कलर पुताई व पूट्टी का काम करता था। दीवाली त्यौहार अभी दो दिन पहले घर आया था। मृतक तीन भाई और तीन बहनों में घर का मझला बेटा था। बहनों की शादी हो चुकी है। 

मां महादेवी और बहनों के साथ भाइयों का रो-रोकर हाल बेहाल है। और मृतक रंजीत के पिता दसरथ ने बताया कि हम लोग अहमदाबाद में रहते थे कलर पूट्टी का काम करके परिवार को पालते है साथ मे बेटा भी कलर पूट्टी का काम मे हाथ बटाता था और तीन भाइयों एक बहन में रंजीत घर का बड़ा बेटा था। 

बड़े बेटे की मौत के बाद दो भाई और बहन के साथ मां पिंकी का रो-रोकर हाल बेहाल हो गया है।  दो शवों को देखकर गांव मे मातम सा पसरा सभी ग्राम वासी  की आंखे भी नम हो गई। दीपावली के त्याेहार पर दो दोस्तों की मौत से पूरे गांव में मातम छा गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए।

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