अयोध्या में पहली बार तीन दिनों तक चलेगें दीपोत्सव से जुड़े कार्यक्रम : सूर्य प्रताप शाही

30 से एक नवम्बर तक चलेगी आयोजनों की श्रंखला, साधु संतों के साथ हुई समन्वय बैठक 

अयोध्या में पहली बार तीन दिनों तक चलेगें दीपोत्सव से जुड़े कार्यक्रम : सूर्य प्रताप शाही
अयोध्या शोध संस्थान के सभागार में सांधु-संतो व अधिकारी के साथ बैठक करते प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही

अयोध्या, अमृत विचार : आठवें दीपोत्सव को लेकर इस बार प्रदेश सरकार ने बड़ा निर्णय लिया गया। रामनगरी में तीस अक्टूबर को होने वाले दीपोत्सव से जुड़े सभी कार्यक्रम आगामी तीन दिनों तक चलेगें। 

यह जानकारी शुक्रवार को यहां प्रभारी और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दी। उन्होंने कहा है कि दीपोत्सव के बाद अयोध्यावासी और आने वाले श्रद्धालु भी उत्सव की दीपोत्सव की छटा को देख सकें इसको लेकर 30, 31और 1 नवम्बर तक  लाइटिंग, लेजर शो और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि का आयोजन किया जाएगा। अयोध्या शोध संस्थान के सभागार में शुक्रवार को प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने जिला प्रशासन और साधु संतों के साथ समन्वय बैठक कर रहे थे।

संतों ने आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अयोध्या वासियों को भी इस उत्सव में जोड़ने और उनकी सुविधा के साथ यातायात प्रबंधन को उचित बनाये रखने की मांग रखी। इसके साथ दीपावली के बाद होने वाले परिक्रमा मेला में होने वाले अव्यवस्थाओं को लेकर संतों ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि परिक्रमा मार्ग के नवीनीकरण का कार्य अधूरा होने पर घटना होने की अंदेशा है।

बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास ने कहा कि सड़कों पर सिर्फ बालू डालकर 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आस्था से खिलवाड़ न हो, क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में सब लोग नंगे पांव चलेंगे बालू के नीचे दबी गिट्टीयां भी ऊपर आ जाती है। नाका हनुमान गढ़ी के महंत रामदास ने कहा कि दीपोत्सव को लेकर समाज में बंदीशों आदि की भ्रांतियां भी फैली हुई है जिसके कारण से बाहर से आने वाले श्रद्धालु नहीं पहुंचते हैं।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को व्यवस्था को बनाए जाने के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में जन जागरण के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होने का प्रचार प्रसार करना आवश्यक है। जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि  दीपोत्सव बहुत सुंदर और भव्य होगा लेकिन इसमें अयोध्यावासी भी शामिल हो हो तभी सफल माना जायेगा।हमणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि अयोध्या में यह कार्यक्रम भव्यता के साथ संपन्न होगा. लेकिन इसके बाद होने वाला परिक्रमा मेला भी बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है।

हजिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कहा कि संतों के द्वारा दिए गए सभी सुझाव को समायोजित करते हुए बेहतर व्यवस्था बनाई जाएगी। इसके साथ ही दीपोत्सव स्थल तक पहुंचाने के लिए संतों की जो व्यवस्था बनाई जा रही है उसमें किसी भी अवरोध आ रहे हैं उस पर पुनः विचार करके सभी आवागमन के मार्ग और बैठने की व्यवस्था के उचित प्रबंध होंगे। इस दौरान महंत गिरीश दास, महंत राम भूषण दास, कृपालु, महंत शशिकांत दास, हेमंत दास, महंत महेश दास, महंत मुरली दास, महंत भरत दास, महंत धर्म दास, गुरजीत ज्ञानी, दिगंबर अखाड़ा की महंत रामलखन दास, व्यापार मंडल के नेता पंकज गुप्ता और नंदलाल गुप्ता के साथ अन्य लोग मौजूद रहे.

600 ड्रोन द्वारा दिखाया जायेंगे रामायण के प्रसंग 
दीपोत्सव में इस वर्ष 600 ड्रोन शो के माध्यम से आकाश में रामायण से जुड़े चित्र को दिखाया जायेगा। यह शो लगभग 15 मिनट का होगा। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि 30 अक्टूबर को दीपोत्सव मनाया जायेगा जिसके सम्बन्ध में तैयारियां चल रही है। इस वर्ष राम की पैड़ी पर 25 लाख दीये जलाये जायेंगे इसके साथ सरयू के घाट पर 1100 व्यक्तियों के द्वारा सामूहिक आरती का कार्यक्रम है। इसे सरयू नदी में एक आईलैंड पर किया जायेगा और जो मल्टीमिडिया शो होगा।

बताया कि कई सांस्कृतिक कार्यक्रम दो दिन पहले से ही प्रारम्भ कर दिए जायेंगे। 30 को साकेत महाविद्यालय से झाँकियां निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि राम की पैड़ी पर दर्शन दीर्घा तैयार हो गई है।घाटों पर दीपक जलाने वाले स्वयं सेवकों के बैठने का स्थान नहीं होता था इसलिए बार उन्हें दर्शन दीर्घा में समाहित किया जाएगा।

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