बरेली: मनरेगा में गोलमाल, बीडीओ ने बिना काम कराए निकाली रकम
बरेली, अमृत विचार: विकास भवन सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने विकास कार्यों, आकांक्षात्मक विकास खंडों की प्रगति समेत अन्य योजनाओं की समीक्षा की थी। जिलाधिकारी ने आलमपुर जाफराबाद के खंड विकास अधिकारी की ओर से मनरेगा के तहत बिना कार्य कराए धनराशि निकालने के मामले में जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मनरेगा में अधिक मानव दिवस सृजन करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी को बैठक में खंड विकास अधिकारी बिथरी चैनपुर ने बताया कि मोहनपुर ग्राम पंचायत के लिए एक साल में एक करोड़ रुपये आता है, लेकिन बजट के सापेक्ष कम खर्च हो रहा है और कार्य भी अच्छे नहीं हो रहे हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि इसके दो ही कारण हैं या तो काम हो गया है, तो भुगतान करायें, यदि काम नहीं हुआ है तो आईजीआरएस से शिकायतों के आधार पर कार्यों का चिह्नांकन कर स्टीमेट बनाकर कार्य कराएं।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की समीक्षा में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि 38 बैंकों में जहां ज्यादा पेंडेंसी थी, उनकी बैठक के बाद प्रगति आई है लेकिन अभी कुछ पेंडेंसी है, इसलिए 25 अक्टूबर को फिर बैठक की जाएगी। इसके बाद भी प्रगति न होने पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने खंड विकास अधिकारी मीरगंज को गांव बेहटा बुजुर्ग में बनी दो गोशालाओं में 48 घंटे के अंदर गोवंश संरक्षित करने के निर्देश दिये। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को गोशालाओं में क्षमता के अनुरूप कितने गोवंश संरक्षित किये गये हैं, इसकी जानकारी देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अगर निर्धारित समय में गोवंश संरक्षित नहीं कराए तो खंड विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिनेश, मुख्य चिकित्साधिकारी विश्राम सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव आदि अधिकारी मौजूद रहे।
प्रकरण डिफाल्टर हुआ तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी
बैठक में सीएम डैश बोर्ड पर डी और ई श्रेणी वाले विभागों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने विभागों के अधिकारियों को अपनी रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए। आईजीआरएस पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा कर निर्देश दिये कि जो प्रकरण डिफाल्टर होने वाले होते हैं, उनकी पहले ही सूची जारी कर दी जाती है, फिर भी अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं और प्रकरण डिफाल्टर हो जाता है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र प्रदेश में प्रथम, अन्य विकास खंडों को दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने आकांक्षात्मक विकास खंडों की निर्धारित पैरामीटर पर प्रगति की समीक्षा की। जिसमें पाया कि विकासखंड फतेहगंज पश्चिमी के गांव तिलियापुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र ने नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्विसेज के आकलन में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिले के अन्य विकास खंडों को भी इसी के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए।
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