कानपुर में 1000 करोड़ की जमीन पर कब्जे के प्रयास का मामला: अवनीश दीक्षित के साथी जीतेश और अली अब्बास गिरफ्तार, दोनों पर 50 हजार का इनाम था घोषित
कानपुर, अमृत विचार। सिविल लाइंस में मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की जमीन पर कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित ने अपने साथियों के साथ मिलकर कब्जा करने का प्रयास किया था। जिसके बाद लेखपाल विपिन कुमार और वादी सैमुएल देव सिंह ने अवनीश दीक्षित समेत 12 नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी।
जिसके बाद से फरार 9 आरोपियों पर डीसीपी पूर्वी ने 50-50 हजार रुपये का इनाम रखा था। कोतवाली पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में कानपुर समेत अन्य शहरों में छापेमारी कर रही थी। जिसके बाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। 62 दिन से फरार आरोपी जितेश झा और अली अब्बास को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की गई।
28 जुलाई को जेल भेजे गए अवनीश दीक्षित मैरी एंड मैरी मैन कंपाउंड की जमीन पर अपने साथियों के साथ कब्जा करने गए थे। जहां उन लोगों ने गार्ड संजय को बंधक बनाया इसके बाद डीवीआर उठा ले गए और अपना ताला डाल दिया था। इस दौरान वादी ने वहां पर इस बात का जमकर विरोध किया और घटना की सूचना मिशनरी के अफसरों को दे दी। जिसके बाद कुछ ही देर में विदेश मंत्रालय से फोन लखनऊ शासन में घनघनाने लगे।
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने मामले को संज्ञान में लेकर आरोपियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। जिसके बाद आरोपी अवनीश दीक्षित, जितेश झा, राहुल वर्मा, अली अब्बास, विक्की चार्ल्स, मोहित बाजपेई, नौरिस एरियल, कमला एरियल, अभिषेक एरियल, अपर्णा एरियल, संदीप शुक्ला, हरेंद्र मसीह के खिसा्फ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर तलाश शुरू की गई।
जिसके बाद पुलिस ने क्रिस्टल पार्किंग से अवनीश दीक्षित को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं अन्य आरोपी फरार हो गए थे। जिसके बाद डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने सभी नौ आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम रखा था। जिसके बाद जितेश झा निवासी सिविल लाइंस और अली अब्बास निवासी लोहा मील कंपाउंड लालबंगला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस संबंध में इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया कि दोनों आरोपी वांछित चल रहे थे, दोनों को होटल द ग्रांड रेडियंस के पास से गिरफ्तार किया गया है। बताया कि जितेश झा पर कोतवाली में दो और अली अब्बास पर तीन मुकदमे दर्ज हैं। आरोपियों से पूछचाछ कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।