बैंक फ्रॉड का आरोपी जालसाजी के मामले में ठाकुरगंज थाने से बरी
चौक, कृष्णानगर, सरोजनीनगर थाने में जालसाज पर दर्ज है धोखाधड़ी के मामले
अमृत विचार, लखनऊ । निजी बैंक से फ्रॉड के मामले में सरोजनीनगर थाने से जेल जा चुके आरोपी को ठाकुरगंज पुलिस ने क्लीन चिट देते हुए उसे बरी कर दिया। इसके बाद जालसाज गैंग बनाकर लोगों से धोखाधड़ी करने लगा। जालसाज के खिलाफ चौक, कृष्णानगर और सरोजनीनगर थाने में धोखाधड़ी के मामले दर्ज है। एक सर्राफ कारोबारी ने यह आरोप लगाते हुए आलाधिकारियों ने निष्पक्ष कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
ठाकुरगंज थाना अंतर्गत सराय माली खां निवासी सर्राफ देवेंद्र रस्तोगी ने जून 2022 को ठाकुरगंज थाने में जालसाज शशिप्रकाश वर्मा और उसके सहयोगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उनका कहना है कि जालसाज ने सरोजनीनगर के गहरु गांव में लखनऊ-कानपुर राज्यमार्ग पर जमीन दिलाने के नाम पर 52 लाख रुपये हड़प लिए थे। आरोप है कि शशि प्रकाश रस्तोगी ने रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत बाबूओं की मिलीभगत से जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक ही खसरा नंबर कई लोगों को ग्रामसभा की जमीन बेंच डाली।
तहकीकात करने पर सर्राफ को जानकारी हुई कि वर्ष 2011 में शशिप्रकाश वर्मा कोटके महिन्द्रा बैंक से धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है। इसके बाद चौक, कृष्णानगर समेत चार थानों में उसके खिलाफ धोखाधड़ी के मामले भी दर्ज है। सर्राफ की दर्ज शिकायत पर तत्कालीन एसीपी चौक आईपी सिंह ने शशिप्रकाश वर्मा को क्लीन चिट देते हुए मामले में एफआर लगा दी। सर्राफ का कहना है शशिप्रकाश वर्मा के पास दो आधार और पैनकार्ड है। जो अलग-अलग नाम से जारी किए है। वह फर्जी दस्तावेज के सहारे लोगों से धोखाधड़ी कर रहा है। इसको लेकर सर्राफ ने सीएम पोर्टल में शिकायत की है।