कासगंज : वकील मोहिनी तोमर हत्याकांड मामले में छह पर एफआईआर दर्ज

पति की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण कर हत्या करने का दर्ज किया मुकदमा

 कासगंज : वकील मोहिनी तोमर हत्याकांड मामले में छह पर एफआईआर दर्ज

कासगंज, अमृत विचार। महिला अधिवक्ता मोहिनी हत्याकांड मामले में पुलिस ने छह नामजद अधिवक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर की गई। यह कार्रवाई पति की तहरीर पर की गई है। कार्रवाई के बाद साथी अधिवक्ताओ में खासा आक्रोश है। उन्होंने एफआईआर को ग़लत बताया है। उन्होंने षड्यंत्र के तहत मुकदमा दर्ज कराने की बात कहीं है‌।

अधिवक्ता मोहिनी तोमर अगवा हत्याकांड मामले में पति बृजतेन्द्र तोमर की तहरीर पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें मुस्तफा कामिल, असद मुस्तफा, हैदर मुस्तफा, सलमान, केशव मिश्रा निवासी सोरों के अलावा कासगंज के मुहल्ला बड्डू नगर निवासी मुनाजिर रफी के खिलाफ दर्ज किया गया है।यह सभी नामजद किए गए अधिवक्ता हैं।

एफआईआर की खबर मिलते ही भड़के अधिवक्ता
शुक्रवार की सुबह एफआईआर खबर अधिवक्ताओं की हुई तो वह एकत्रित हो गए। उन्होंने लिखी गई एफआईआर का विरोध किया।आपसी गुटबाजी का मामला बताया। अधिवक्ताओं ने बताया कि एफआईआर झूठी और षड्यंत्र के तहत लिखाई गई है।

पति ने एफआईआर में किया है यह जिक्र
मोहिनी तोमर के पति बृजतेन्द्र तोमर ने कराई गई एफआईआर में जिक्र किया है। मुस्तफा कामिल के लड़कों की जमानत में मोहिनी  तोमर ने पीडित पक्ष की अधिवक्ता होने के कारण पैरवी और विरोध किया था।आए दिन उक्त व्यक्ति गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते थे। रोज निकलते उठते वक्त तायना देते थे। जिससे उनकी पत्नी मानसिक रूप से परेशान थी। वहीं मुनाजिर रफी के मामले में बताया कि 26 जनवरी तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता की ओर से पैरवी की थी।मुनाजिर की जमानत का विरोध किया था।


मंगलवार की गई थी अगवा, बुधवार को नहर में मिला था शव
महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर को मंगलवार की दोपहर ढाई बजे के लगभग न्यायालय के मुख्य गेट से अगवा किया गया था। बुधवार की शाम छह बजे के लगभग गोरहा नहर में रजपुरा गांव के समीप शव उतराता हुआ मिला था। शव नग्नावस्था में था। सिर और चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे।पुलिस ने शव को नहर से निकलवा कर पोस्टमार्टम कराया था।