हल्द्वानी: बागजाला वन भूमि पर बसे लोगों को आज थमाए जाएंगे नोटिस

वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने के लिए की पहल, नोटिस के जवाब मिलने के बाद होगी कार्रवाई 

हल्द्वानी: बागजाला वन भूमि पर बसे लोगों को आज थमाए जाएंगे नोटिस

हल्द्वानी, अमृत विचार। वन विभाग ने बागजाला से अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरू कर दी है। बुधवार (आज) से वन भूमि पर अवैध ढंग से बसे परिवारों को अतिक्रमण हटाने के नोटिस थमाए जाएंगे, फिर सुनवाई के बाद अतिक्रमण ध्वस्तीकरण होगा।

तराई पूर्वी वन डिवीजन की गौला रेंज के अंतर्गत वर्ष 1978 में बागजाला में लगभग 68 हेक्टेयर वन भूमि खेती के लिए 66 परिवारों को लीज पर दी गई थी। वर्ष 2008 में यह लीज समाप्त हो गई, लेकिन इन परिवारों ने लीज का नवीनीकरण नहीं कराया। इसके विपरीत वन भूमि का सौदा कर दिया।

पिछले वर्ष वन भूमि में अतिक्रमण चिन्हित किया तो सामने आया कि 105 हेक्टेयर वन भूमि पर 750 से अधिक परिवार अवैध ढंग से बसे हुए हैं। इन भूमि पर बसे परिवार भी जमीनों को सौ-सौ रुपये के स्टांप पर धड़ल्ले से अवैध ढंग से बेच रहे हैं। इस पर वन विभाग ने वन भूमि पर निर्माणाधीन भवनों व कच्चे भवनों को ध्वस्त किया था।

अब वन विभाग ने पक्के भवनों के ध्वस्तीकरण के लिए भी तैयारी शुरू कर दी है। वन विभाग अतिक्रमणकारियों को नोटिस भेजेगा। इनको भूमि के स्वामित्व के दस्तावेज पेश करने होंगे। सभी दस्तावेजों के आधार पर डीएफओ कोर्ट में सुनवाई होगी। फिर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी। 

डीएफओ हिमांशु बागरी ने बताया कि बागजाला में 750 से अधिक अतिक्रमणकारी हैं, जिन्हें हटाने के लिए आज से नोटिस जारी किए जाएंगे। इनके मामले में सुनवाई होगी और दस्तावेजों के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।